पाकिस्तान का नाम सुनते ही सबसे पहले आपके मन में क्या ख्याल आता है? जाहिर है आतंकवाद, असुरक्षा और गरीबी. बीते कुछ सालों में पाकिस्तान की जो हालत हुई है, वह किसी से छिपी नहीं है. यहां आतंकी हमले किसी आम घटना की तरह बढ़ गए हैं और गरीबी और महंगाई का आलम यह है कि लोगों को दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं है. इन सबके बावजूद पाकिस्तान कुछ मामलों में भारत से आगे है और बेहतर स्थिति में है.
बात चौंकाने वाली जरूर है, लेकिन सच है. वैश्विक संस्थाओं द्वारा कुछ मामलों में जारी की गई अलग-अलग रैंकिंग में पाकिस्तान की स्थिति भारत से बेहतर दिखाई गई है. ऐसे में आइए जानते हैं कि वे कौन से मामले हैं, जिनमें पाकिस्तान की स्थिति भारत से बेहतर है और ऐसा क्यों है?
आबादी में बहुत बड़ा अंतर
बात शुरू करने से पहले यह जान लेना जरूरी है कि भारत और पाकिस्तान की आबादी में बहुत बड़ा अंतर है. पाकिस्तान की आबादी भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश से कुछ ज्यादा है. वहीं, भारत दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है. ऐसे में किसी भी मामले में जारी वर्ल्ड रैंकिंग में विरोधाभास हो सकता है. दरअसल, किसी मामले में जारी रैंकिंग वहां के सैंपल साइज पर निर्भर करती है.
हैप्पीनेस इंडेक्स में भारत से आगे पाकिस्तान
बीते दिनों संयुक्त राष्ट्र की ओर से हैप्पीनेस इंडेक्स 2023 जारी किया गया था, जिसमें 147 देशों को जगह दी गई थी. इस लिस्ट में दुनिया का सबसे खुशहाल देश फिनलैंड है. हैरानी की बात यह है कि 147 देशों की लिस्ट में भारत 118वें स्थान पर है. वहीं पाकिस्तान की स्थिति हमसे बेहतर है. आतंकी हमलों, गरीबी, महंगाई के बावजूद पाकिस्तान को इस लिस्ट में भारत से 9 पायदान ऊपर रखा गया और 109वीं रैंकिंग दी गई.
सुरक्षित देशों में भी भारत से बेहतर
पाकिस्तान में आतंकी हमले और क्राइम किसी से छिपा नहीं है. इसके बावजूद सुरक्षित देशों में पाकिस्तन की रैंकिंग भारत से बेहतर दिखाई गई है. न्यूम्बियो द्वारा जारी किए गए 2025 के ग्लोबल सेफ्टी इंडेक्स में भारत को 66वां स्थान दिया गया है. जबकि, पाकिस्तान हमसे एक पायदान ऊपर 65वें नंबर पर है. यानी नागरिक सुरक्षा के मामले में पाकिस्तान की स्थिति भारत से बेहतर दिखाई गई है.
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