भारत ने मॉक ड्रिल से पहले पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया है. भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए वहां मौजूद आतंकियों को जहन्नुम भेज दिया है. भारत ने 7 मई बुधवार, देर रात इस ऑपरेशन के जरिए मरकज सुब्हान अल्लाह, बहावलपुर, मरकज तैयबा, मुरिदके, सरजल, टेहड़ा कलां , महमूना जोया, सियालकोट, मरकज अहले हदीस, बरनाला, मरकज अब्बास, कोटली, शवाई नाला कैंप, मुजफ्फराबाद और सैयदना बिलाल कैंप, मुजफ्फराबाद में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया. इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना की तरफ से राफेल के साथ हैमर और स्केल्प मिसाइलों का उपयोग किया. आपको बता दें कि स्केल्प एक क्रूज मिसाइल है.
चलिए आपको बताते हैं कि हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल और एंटी-बैलेस्टिक मिसाइल में क्या होता है अंतर, कौन-सी कब होती है इस्तेमाल...
हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल हारइपसोनिक क्रूज मिसाइल वह मिसाइल होती है जो ध्वनि की गति मैक 1 से 5 गुना या उससे तेज गति से उड़ती है और दुश्मन के रडार को आसानी से चमका देते हुए दुश्मन के इलाकों को पल भर में ध्वस्त करने की क्षमता रखती है. इस तरह की मिसाइल जमीन से लगभग 90 किलोमीटर की ऊंचाई से उड़ती है और सटीक नियंत्रण के साथ दुश्मन पर हमला करती है. भारत उन देशों की लिस्ट में शामिल है जिनके पास हाइपरसोनिक मिसाइल है. हाइपरसोनिक मिसाइल लगातार गति और दिशा बदल सकती है. इसके चलते उनको इंटरसेप्ट करना मुश्किल होता है. इसको एयर, लैंड या समुद्र से आराम से दुश्मनों के ठिकानों पर लॉन्च किया जा सकता है. ये इतने कम समय में हमला करती हैं कि दुश्मन को रियक्शन का टाइम ही नहीं मिलता है.
एंटी-बैलिस्टिक मिसाइलएंटी-बैलिस्टिक मिसाइल वह मिसाइल होती है जो दुश्मन की तरफ से आ रही बैलेस्टिक मिसाइल को हवा में ही मार कर गिराती है. इनका मुख्य काम दुश्मन के मिसाइल को डिटेक्ट करना और हवा में ही नष्ट कर देना होता है ताकि दुश्मन के हमले से सुरक्षित बचा जा सके. इसको लॉन्च करने से पहले दुश्मन की मिसाइल को रडार से ट्रैक किया जाता है फिर इंटरसेप्टर मिसाइल लॉन्च करके उसको हवा में मार गिराया जाता है. आयरन डोम, अमेरिका का THAAD और भारत का PAD और AAD एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम है.
कौन-सी कब होती है इस्तेमालहाइपरसोनिक मिसाइल का उपयोग तब किया जाता है जब हमला दुश्मन के सबसे सुरक्षित स्थान जैसे बंकर, एयरबेस, रडार, कमांड सेंटर को तबाह करना हो. इसके अलावा दुश्मन के मजबूत एयर डिफेंस को चमका देना हो तब. इसको स्ट्रेटेजिक ऑपरेशन के दौरान खूब यूज किया जाता है. वहीं, एंटी-बैलेस्टिक मिसाइल का उपयोग तब किया जाता है जब दुश्मन ने आपके ऊपर बैलेस्टिक मिसाइल से हमला किया हो और उसको मार गिराना हो. ये डिफेंस के समय एक्टिव होती हैं, अटैक नहीं करतीं हैं.
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