नेपाल में छात्रों और युवा प्रदर्शनकारियों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है. सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू हुआ आंदोलन अब प्रधानमंत्री केपी शर्मा के इस्तीफे तक पहुंच चुका है. इसके बाद राष्ट्रपति ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. नेपाली मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, ओली अब इलाज के बहाने दुबई जाने की योजना बना रहे हैं. इससे पहले गृहमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और कृषि मंत्री समेत 10 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया.
नेपाल में आए राजनीतिक संकट ने एक बार फिर भारत की टेंशन बढ़ा दी है. दरअसल, पड़ोसी देश होने के नाते नेपाल में फैली अराजकता भारत को भी प्रभावित कर सकती है. दरअसल, इससे पहले भी भारत के कई पड़ोसी देशा में ऐसे ही तख्तापलट की घटनाएं देखी गई, जिसके बाद बड़े नेताओं को दूसरे देश में राजनीतिक शरण लेनी पड़ी. आइए जानते हैं उनके बारे में...
ओली से पहले दुनिया के कई बड़े नेता भी देश की उथल-पुथल के बीच अपना देश छोड़ चुके हैं.
- गोटाबाया राजपक्षे, श्रीलंका- 2019 में श्रीलंका में आर्थिक तंगी आई, जिससे वहां के लोग देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने लगे. इन प्रदर्शनों ने राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को घुटने पर ला दिया था. जिसके बाद गोटाबाया मालदीव और सिंगापुर भाग गए.
- अशरफ गनी, अफगानिस्तान- 2021 में तालिबान के दबाव में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति रहे अशरफ गनी ने अपनी जान बचाते हुए इस्तीफा देकर अफगानिस्तान छोड़ दिया था. अशरफ गनी अफगानिस्तान छोड़कर ताजिकिस्तान होते हुए संयुक्त अरब अमीरात चले गए और बाद में यूएई ने उन्हें शरण दी थी.
- नवाज शरीफ, पाकिस्तान- पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ को भी दो बार देश छोड़ना पड़ा था. पहली बार नवाज शरीफ को 1999 में कारगिल युद्ध के बाद देश छोड़ना पड़ा और इसके बाद 2018 में ज्यादा संपत्ति के मामले में दोषी पाए जाने के बाद नवाज शरीफ देश छोड़कर सऊदी अरब चले गए थे.
- परवेज मुशर्रफ, पाकिस्तान- 2013 में नवाज शरीफ की पार्टी के चुनाव जीतने के बाद परवेज मुशर्रफ पर देशद्रोह का केस दर्ज किया गया . वहीं देशद्रोह मामले से बचने के लिए 2016 में परवेज मुशर्रफ इलाज के बहाने दुबई चले गए और उसके बाद वापस नहीं लौटे.
- रजा शाह पहलवी, ईरान- 1978 में ईरान में शाह पहलवी के खिलाफ लाखों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए थे. वहीं इसे इस्लामी क्रांति भी कहा जाता है. जिसके बाद शाह पहलवी अपने परिवार के साथ ईरान छोड़कर अमेरिका चले गए थे.
- शेख हसीना, बांग्लादेश- कुछ समय पहले ही बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ चुकी है. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को आरक्षण विरोधी छात्रों के आंदोलन के बाद इस्तीफा देना पड़ा. इसके बाद उन्होंने बांग्लादेश भी तुरंत छोड़ दिया था.