हज यात्रा 2025 की शुरुआत होने वाली है. देश के 16 राज्यों के हज यात्री सफर के लिए 29 अप्रैल को रवाना होने वाले हैं. इस दौरान हज यात्रियों को किसी भी समस्या से बचाने के लिए हर तरीके के इंतजाम किए जाते हैं. लेकिन इस दौरान सबसे ज्यादा चुनौती का सामना सऊदी अरब की गर्मी से करना पड़ता है. पिछले साल 1 लाख 75 हजार तीर्थयात्री हज यात्रा पर गए थे, जिनमें से 1000 लोगों की गर्मी से मौत हो गई थी. लेकिन सवाल यह है कि क्या हर साल हज यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में यात्री मारे जाते हैं. चलिए जान लेते हैं.
सऊदी अरब में ग्लोबल वॉर्मिंग का असर
सऊदी अरब एक खाड़ी देश है, वहां का तापमान आम दिनों में भी गर्म रहता है, लेकिन पिछले कुछ सालों में बदलते हुए पर्यावरण का असर हज यात्रा पर भी देखने को मिल रहा है. पिछले साल सऊदी का तापमान 50 डिग्री तक रिकॉर्ड किया गया था. दरअसल हज के ज्यादातर रिचुअल्स खुले में ही पूरे किए जाते हैं, ऐसे में भीषण जानलेवा गर्मी में इनको पूरा करना यात्रियों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होता है. खाड़ी देशों पर ग्लोबल वॉर्मिंग का असर हो रहा है, ऐसे में यहां पर तापमान तो बढ़ ही रहा है, साथ ही साथ बारिश भी हो रही है.
सऊदी अरब में मरने वालों की संख्या
चलिए अब हम आपको हज यात्रा के 12 बड़े हादसों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की मौतें हुई हैं. 31 जुलाई 1987 में ईरानी शिया हाजियों और सऊदी पुलिस के बीच हुई झड़प में 400 लोगों मौत हो गई. इसके बाद 2 जुलाई 1990 में मिना की सुरंग में दम घुटने से भगदड़ मची जिससे करीब 1400 के आसपास लोगों की मौत हो गई. 23 मई 1994 में बढ़ती भीड़ और प्रशासन की नाकाम व्यस्था की वजह से करीब 200 से ज्यादा मौतें हुई थीं. 15 अप्रैल 1997 में गैस सिलेंडर ब्लास्ट से आग लगने की वजह से 343 लोग काल के गाल में समा गए. 9 अप्रैल 1998 में पुल पर संतुलन बिगड़ने से भगदड़ मची और 188 के आसपास लोग मर गए.
इसलिए रोका गया वीजा
5 मार्च साल 2001 में अनियंत्रित भीड़ की वजह से 35 लोगों की मृत्यु हुई, 11 फरवरी को 14 लोग, 1 फरवरी 2004 को 251 लोग, 22 जनवरी 2005 को तीन लोग, 12 जनवरी 2006 को 345, 24 सितंबर 2015 को 2411 लोग और 14-19 जून 2024 को 1000 के आसपास मौतें हुई थीं. दरअसल बढ़ती हुई भीड़ की वजह से ही सऊदी अरब ने 14 देशों के वीजा पर बैन लगा दिया है. यहां के प्रिंस सलमान बिन का कहना है कि बिना उचित रजिस्ट्रेशन के लोग हज यात्रा पर पहुंच रहे थे, ऐसे में बढ़ती भीड़ की वजह से अव्यवस्था हो रही थी, इसीलिए यह फैसला लिया गया है.
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