Mukesh Ambani in Mahakumbh: माघ पूर्णिमा स्नान से एक दिन पहले ही प्रयागराज का चक्का जाम हो चुका है. यहां करोड़ों श्रद्धालु महाकुंभ के अमृत स्नान के लिए पहुंचने लगे हैं. यह भीड़ और बढ़ने की संभावना है. ऐसे में प्रयागराज से महाकुंभ तक पूरे शहर को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है. यानी किसी भी वाहन को प्रयागराज में एंट्री की अनुमति नहीं है. इस बीच रिलाइंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी अपने परिवार के साथ महाकुंभ पहुंचे हैं.
ऐसे में सवाल यह है कि जब महाकुंभ में इतनी भीड़ है कि वहां किसी भी वाहन का पहुंचना मुमकिन नहीं है और VVIP पास भी रद्द कर दिए गए हैं, ऐसे में अंबानी जैसे VVIP कुछ ही मिनटों में वहां कैसे पहुंच जाते हैं. उनके लिए किस तरह की व्यवस्था की गई है?
होता है वीवीआईपी रूट
महाकुंभ को कई सेक्टरों में बांटा गया है और हर घाट पर पहुंचने के लिए अगल-अलग ट्रैफिक व्यवस्था है. सबसे ज्यादा भीड़ संगम घाट पर रहती है. ऐसे में वीवीआईपी लोगों को यहां तक पहुंचाने के लिए अगल से एंट्री प्वाइंट बनाए गए हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, किला घाट के पास यमुना पट्टी पर एक वीवीआईपी एंट्री प्वाइंट बनाया गया है. जब भी प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति या मुख्यमंत्री जैसा कोई अहम व्यक्ति महाकुंभ में स्नान के लिए पहुंचता है, तो उन्हें इसी एंट्री प्वाइंट से लाया जाता है. यह स्थान संगम से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर है. मेले में श्रद्धालुओं को परेशानी से बचाने क लिए वीवीआईपी रूट को अलग रखा गया है. यहां पहुंचने के बाद बोट से संगम तक पहुंचा जा सकता है.
हवाई रूट से पहुंचते हैं प्रयागराज
बता दें, प्रयागराज पहुंचने वाले सभी रूट पर भीषण जाम है. ऐसे में वीवीआईपी लोगों को हवाई रूट से यहां लाया जाता है. इसके लिए प्रयागराज एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर सेवा भी उपलब्ध है. इसके जरिए एयरपोर्ट से महाकुंभ तक पहुंचाया जाता है. यहां से बोट के जरिए संगम तक पहुंचते हैं. हेलीकॉप्टर की सुविधा के लिए आपको कई हजार रुपये खर्च करने होंगे.
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