किसी- किसी इंसान का लिवर कभी-कभी काम करना बंद कर देता है या फिर खराब हो जाता है, ऐसी स्थिति में उसे लिवर ट्रांसप्लांट करवाने की जरूरत पड़ती है. यह काफी मुश्किल लेकिन किसी इंसान की जिंदगी बचाने वाली प्रक्रिया है, जिसमें मरीज (रिसीपिएंट) को किसी दूसरे व्यक्ति (डोनर) का लिवर या लिवर का हिस्सा लगाया जाता है. ऐसे में हमारे मन में सवाल आता है कि क्या सभी लोग लिवर डोनेट कर सकते हैं? यदि नहीं तो फिर कौन कर सकता है. चलिए, आपके मन में उठने वाले इन्हीं सवालों का जवाब देते हैं.
कौन-कौन कर सकता है लिवर डोनेट
लिवर दो तरीकों से डोनेट किए जा सकते हैं, इसमें पहला है कैडेवर डोनेशन. कैडेवर डोनेशन उसे कहा जाता है, जिसमें किसी मरे हुए इंसान का लिवर लिया जाता है. यह तब होता है जब कोई व्यक्ति ब्रेन डेड हो जाता है लेकिन अन्य अंग मशीन से काम कर रहे होते हैं, तब उसके परिजनों की सहमति से लिवर निकाला जा सकता है.
दूसरा तरीका है लिविंग डोनेशन का. इसमें जीवित व्यक्ति भी अपना आधा लिवर डोनेट कर सकता है, जो रिसीपिएंट के शरीर में जाकर पूरी तरह काम करने लगता है. आपको बता दें कि, लिवर शरीर में वह अंग है जो पुनर्जीवित हो सकता है. अगर डोनर की बात करें कि कौन इसको दान कर सकता है तो आमतौर पर रक्त संबंधी ही इसको दान करते हैं, लेकिन अगर कोई अजनबी इसको दान करना चाहे तो कोई रोक नहीं है. हालांकि, इसको दान करने वाले व्यक्ति खुद से इच्छुक होना चाहिए, किसी भी तरह की जोर-जबरदस्ती या फिर खरीद फरोख्त गैर-कानूनी माना जाता है. इसके अलावा डोनर की उम्र 18 साल से 60 साल के बीच में होनी चाहिए.
लिवर दान करने के लिए नियम और शर्तें
डोनर की उम्र 18 से 60 साल के बीच होनी चाहिए, 18 साल से कम उम्र वाले इंसान लिवर डोनेट नहीं कर सकते हैं. डोनर को शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ होना चाहिए. इसके अलावा डोनर को डायबिटीज, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, हेपेटाइटिस B या C या फिर HIV/AIDS और कैंसर नहीं होना चाहिए.
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