Ladakh Protest: पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग को लेकर लद्दाख में बीते दिन हिंसक प्रदर्शन हुआ था. इस प्रदर्शन में चार लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. दरअसल, लद्दाख के लोग केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को उसकी अपनी विधानसभा देने और उसे छठी सूची में शामिल करने के लिए कई दिनों से मांग कर रहे हैं. इस दौरान लद्दाख के मुस्लिम और बौद्ध लोगों में एकता भी देखने को मिली है और उन्होंने मिलकर सरकार के खिलाफ आवाज उठाई, लेकिन क्या आप जानते हैं कि लद्दाख में मुस्लिम आबादी ज्यादा है या लेह में. आइए बताते हैं.
कैसे हुआ है लद्दाख का विभाजन
साल 2019 में भारत सरकार ने संविधान की धारा 370 को हटाकर जम्मू कश्मीर का स्पेशल स्टेटस खत्म कर उसे दो भागों में डिवाइड कर दिया - एक बना जम्मू कश्मीर और दूसरा बना लद्दाख. लद्दाख भी दो जिलों में विभाजित है- पहला लेह और दूसरा कारगिल. लद्दाख में बड़ी संख्या में बौद्ध और मुस्लिम आबादी रहती है.
कहां रहते हैं ज्यादा मुसलमान- लेह या लद्दाख
2011 की जनगणना के अनुसार लद्दाख की कुल आबादी लगभग 2.74 लाख थी. हालांकि, अब इस संख्या में बढ़ोतरी हो चुकी होगी. इसमें अकेले लेह जिले की आबादी ही करीब 1.33 लाख है. हालांकि, मुसलमानों की सबसे अधिक आबादी लद्दाख में रहती है. यहां तकरीबन 46% मुस्लिम और 40% बौद्ध आबादी है. इसके मुकाबले लेह में करीब 66 प्रतिशत के साथ बौद्ध बहुसंख्यक हैं और हिंदुओं की संख्या लगभग 17.14 प्रतिशत है. यहां 14–15% की आबादी के साथ काफी कम संख्या में इस्लाम को मानने वाले रहते हैं. ऐसे में आपको ये जानकर हैरानी होगी कि इसके उलट कारगिल वह जिला है जहां लगभग पूरी आबादी शिया मुस्लिम है और बाकी धर्मों के लोग काफी कम मात्रा में हैं. यहां लगभग 76.87 प्रतिशत इस्लाम को मानने वाले रहते हैं.
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