आज के समय दुनिया के हर कोने में रेलवे ट्रैक का जाल बिछा है. दुनिया के ज्यादातर देशों में रेलवे नेटवर्क का प्रयोग होता है. दुनिया समेत भारत में सबसे ज्यादा लोग पब्लिग ट्रांसपोर्ट के रूप में ट्रोनों का इस्तेमाल करते हैं. भारत में भी रेलवे का नेटवर्क तेजी से फैला है. भारत के पास दुनिया का चौथा बड़ा रेल नेटवर्क है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में सबसे पहली ट्रेन कहां चली थी और उस ट्रेन का नाम क्या था?

दुनिया की पहली ट्रेन कहां चली थी

दुनिया की पहली यात्री ट्रेन 27 सितंबर, 1825 को इंग्लैंड में चली थी. यह ट्रेन स्टॉकटन और डार्लिंगटन के बीच शुरू की गई थी और इसका नाम था लोकोमोशन नंबर 1. इस ट्रेन को मशहूर इंजीनियर जॉर्ज स्टीफेंसन ने डिजाइन किया था और इसे रॉबर्ट स्टीफेंसन एंड कंपनी ने बनाया था. यह ट्रेन भाप के इंजन से चलती थी और इसने पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इतिहास में एक नया अध्याय शुरू किया.

कहां से कहां तक चली थी ट्रेन

इस ट्रेन ने स्टॉकटन से डार्लिंगटन तक 12 मील की दूरी तय की थी. इस ट्रेन में 450 से 600 यात्री सवार थे और गति 15 मील प्रति घंटा थी. ट्रेन को चलाने से पहले इसे रस्सियों और घोड़ों की मदद से ट्रैक पर लाया गया था. इस ऐतिहासिक यात्रा की शुरुआत सुबह 7 से 8 बजे के बीच हुई थी और इसे देखने के लिए हजारों लोग जमा हुए थे. 

पूरी दुनिया में रखी गई रेल परिवहन की नींव

लोकोमोशन नंबर 1 दुनिया की पहली सार्वजनिक यात्री ट्रेन बन गई. इसने न केवल इंग्लैंड, बल्कि पूरी दुनिया में रेल परिवहन की नींव रखी. स्टॉकटन और डार्लिंगटन रेलवे भाप इंजनों का उपयोग करने वाली पहली सार्वजनिक रेलवे थी, जिसने अन्य देशों को भी रेलवे सिस्टम विकसित करने के लिए प्रेरित किया.

भारत में पहली ट्रेन का इतिहास

भारत में पहली ट्रेन की बात करें तो, 16 अप्रैल, 1853 को मुंबई से ठाणे तक पहली यात्री ट्रेन चली थी. इस ट्रेन का नाम था डेक्कन क्वीन और इसे तीन भाप इंजनों साहिब, सुल्तान, और सिंध ने खींचा था. यह 34 किलोमीटर की दूरी को 57 मिनट में तय कीक थी. इस ट्रेन में 14 डिब्बे थे जिसमें 400 यात्री सवार थे. पहली पैसेंजर ट्रेन के बाद भारत में रेल का नेटवर्क धीरे-धीरे बढ़ता चला गया.

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