City Of Imarti: उत्तर प्रदेश में आपको अलग-अलग संस्कृति, परंपराएं और स्वादिष्ट व्यंजन देखने को मिलेंगे. यहां के हर कोने में आपको एक अलग ही स्वाद मिलेगा. फिर चाहे वह मसालेदार स्ट्रीट फूड हो या फिर मीठे व्यंजन, उत्तर प्रदेश में आपको स्वादिष्ट भोजन की कमी नहीं होगी. यहां के कई मशहूर मिठाइयों में से एक इमरती, अपने अनोखे स्वाद और खूबसूरत इतिहास के लिए मशहूर है. लेकिन खास बात यह है कि इस मिठाई से एक शहर का नाम भी जुड़ा हुआ है. उत्तर प्रदेश का एक शहर है जिसे 'इमरती का शहर' के नाम से जाना जाता है. आइए जानते हैं कौन सा है वह शहर.
इमरती का शहर
उत्तर प्रदेश के जौनपुर को इमरती का शहर कहा जाता है. ऐसा कहा जाता है इमरती बनने की शुरुआत यहीं से हुई थी. जौनपुर में इमरती बनने की शुरुआत ब्रिटिश काल के दौरान हुई थी. बेनीराम देवी प्रसाद राम के एक पोस्टमैन ने इस खास मिठाई को बनाया था. उन्होंने सबसे पहले उड़द दाल का एक बैटर बनाया फिर उसे घी में तला और चीनी के शीरे में डुबोकर एक अनोखी मिठाई बना दी. इस मिठाई का नाम उन्होंने इमरती रखा. अपने मुलायम टेक्सचर, सही मिठास और खूबसूरत आकार की वजह से यह मिठाई काफी जल्दी लोकप्रिय हो गई.
जीआई टैग वाली मिठाई
आपको बता दें कि जौनपुर की इमरती को ज्योग्राफिकल इंडिकेशन टैग भी मिल चुका है. यह टैग इस बात को सुनिश्चित करता है की जौनपुरी इमरती का असली स्वाद और बनाने का तरीका सुरक्षित रहे. साथ ही इसे कहीं और इसी नाम से ना बनाया जा सके. यह टाइगर मिठाई की संस्कृति और इतिहास के महत्व को दर्शाता है. अब यह मिठाई शहर के लिए एक गर्व का प्रतीक बन चुकी है.
भारत और विदेशों में लोकप्रियता
इस मिठाई को एक ब्रिटिश अधिकारी के लिए बनाया गया था. लेकिन जल्द ही यह स्थानीय लोगों की पसंदीदा बन गई. सालों साल इसकी प्रसिद्धि उत्तर प्रदेश से आगे निकलकर भारत के बाकी हिस्सों में भी पहुंची. इसके बाद इसके प्रसिद्धि अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक फैल गई. आज यह मिठाई जौनपुर की पाक विरासत का एक प्रतीक है.
इमरती बनाने का तरीका
जौनपुर के इमरती के स्वाद का रहस्य इसे बनाने की खास तैयारी में है. दरअसल सबसे पहले उड़द दाल को भिगोकर उसका एक मुलायम बैटर बनाया जाता है. इसके बाद उसे सर्पिल आकार में बनाया जाता है और शुद्ध घी में तला जाता है. इसके बाद तली हुई इमरती को चीनी के शीरे में डुबाया जाता है.
जौनपुर की इमरती त्योहार, शादियों और समारोह के दौरान एक मुख्य मिठाई होती है. जौनपुर आने वाले हर पर्यटक को इस मिठाई का स्वाद जरूर लेना चाहिए. आज यह इमरती जौनपुर की पहचान बन गई है और पीढ़ी दर पीढ़ी मिठाई प्रेमियों को लुभा रही है.
यह भी पढ़ें: अपना वेब ब्राउजर बनाने के लिए किसी देश को क्या-क्या करना पड़ता है, कहां से लेनी होती है परमिशन?