IS khorasan: हाल ही में रूस से एक खबर आई कि रूस के मशहूर क्रॉकस सिटी हॉल में एक आतंकी हमला हुआ. जिसमें 143 लोगों की जान चली गई. और सैकड़ो लोग घायल हुए. हमले को लेकर जानकारी मिली कि इसमें चार  आतंकी शामिल थे. रूस पर हुए इस हमले की जिम्मेदारी ली आईएसआईएस खुरासान यानी इस्लामिक स्टेट खुरासान ने, इसके लिए आईइस खुरासान ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी किया. आखिर क्या है यह आईइस खुरासान और क्या है इसकी रूस और पुतिन से दुश्मनी. चलिए जानते हैं.

  


क्या है IS खुरासान?


IS खुरासन के वजूद की बात की जाए तो सबसे पहले इसका नाम साल 2014 में सुनाई दिया. फिलहाल इस वक्त IS खुरासान खतरनाक आतंकी संगठन ISIS का सबसे करीबी सहयोगी संगठन है.  खुरासान शब्द का मतलब समझा जाए तो यह ईरान में मौजूद एक प्रांत है. लेकिन IS खुरासान खलीफा के दौर में इस्तेमाल होने वाले खुरासान को दर्शाता है. जिसमें वर्तमान का अफगानिस्तान, ईरान, पाकिस्तानऔर तुर्कमेनिस्तान के कुछ हिस्से शामिल थे. रूस में हमला करने से पहले IS खुरासान और कई हमलों को अंजाम दे चुका है. 


 साल 2021 में IS खुरासान ने काबुल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हमला किया था.  जिसमें 13 अमेरिकी सैनिक मारे गए थे. तो वहीं 175 के करीब अफगानी नागरिकों की मौत हुई थी. फिलहाल IS खुरासान के आतंकियों की बात की जाए तो इसमें यूनाइटेड नेशंस की रिपोर्ट के मुताबिक ढाई सौ आतंकवादी है तो वहीं अमेरिका के अनुसार हजार आतंकी मौजूद है.  


रूस से क्या दुश्मनी?


रूस की IS खुरासान दुश्मनी नई नहीं है. IS खुरासान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का कट्टर दुश्मन है. इसके पीछे पलादीन पुतिन की नीति बताई जाती है. IS खुरासान व्लादिमीर पुतिन का कई मौकों पर खुले में विरोध कर चुका है. IS खुरासान पुतिन पर रूस में रह रहे मुसलमानों पर हिंसा और अत्याचार का आरोप भी लगाता है. और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से IS खुरासान की दुश्मनी की सबसे बड़ी वजहों में से एक यह है. तो वहीं पुतिन ने ISIS के खात्में के लिए भी कई अभियान चलाए हैं. तो वहीं अफगानिस्तान में राष्ट्रपति पुतिन ने तालिबान से हाथ मिला लिया है. इन सभी वजहों के चलते  IS खुरासान और रूस में तगड़ी दुश्मनी है.  


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