Iran Israel War: मिडिल ईस्ट के दो ताकतवर देशों ईरान और इजरायल के बीच जंग छिड़ी हुई है. कोई भी देश पीछे हटने को तैयार नहीं है और एक-दूसरे पर घातक हमले कर रहे हैं. दोनों देशों के बीच छिड़ी जंग की आहट अमेरिका, रूस और चीन तक सुनाई दे रही है और आने वाले दिनों में यह जंग और भी घातक हो सकती है.
ईरान और इजरायल के बीच जारी संघर्ष में सिर्फ सेना को ही नुकसान नहीं हो रहा, बल्कि दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को भी तगड़ा झटका लग रहा है. अब इस जंग में ईरान जीते या इजरायल, यह तो तय है कि जंग के बाद दोनों देशों के आर्थिक हालात बद से बदतर हो जाएंगे. ऐसे में चलिए जानते हैं ईरान और इजरायल में कौन सी करेंसी चलती है? दोनों देशों में किसकी करेंसी ज्यादा ताकतवर है? और डॉलर के मुकाबले दोनों देशों की करेंसी कहां टिकटी है?
ईरान और इजरायल में चलती है ये करेंसी
इजरायल की बात करें तो यहां की करेंसी का नाम न्यू शेकेल है. इजरायल में इस करेंसी की शुरुआत 1986 में हुई थी. वहीं, दूसरी ओर ईरान में ईरानी रियाल का इस्तेमाल करेंसी के रूप में किया जाता है. 2019 में इस करेंसी को बदलकर इसकी जगह दूसरी मुद्रा लाने का प्रयास किया गया, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पाया.
किसी करेंसी है ज्यादा मजबूत?
ईरान और इजरायल की करेंसी की बात करें तो दोनों के बीच बड़ा अंतर है. अगर इन दोनों देशों की करेंसी की तुलना डॉलर से करें तो एक अमेरिकी डॉलर की वैल्यू 3.49 न्यू शेकेल के बराबर है. यानी एक अमेरिकी डालर के लिए करीब 3 न्यू शेकेल देने पड़ते हैं. वहीं, ईरानी रियाल डॉलर की तुलना में काफी कमजोर है. एक अमेरिकी डॉलर 42,125 ईरानी रियाल के बराबर है. दोनों देशों के बीच करेंसी का यह अंतर अर्थव्यवस्था पर भी देखने को मिलता है. इजरायल की अर्थव्यवस्था, ईरान के मुकाबले काफी मजबूत व आधुनिक है.
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