हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए तनाव के समय दुश्मन देशों के चेहरे उभरकर सामने आ गए हैं. चीन तो पहले ही पाकिस्तान के सपोर्ट में था, फिर तुर्किए और अजरबैजान ने भी खुलकर पाकिस्तान को ही सपोर्ट किया है. इन तीनों देशों ने दिखा दिया है कि वो आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दे पर भी पाक की ही मदद करेंगे. सबसे ज्यादा शर्मनाक हरकत तो तुर्किए की रही, जिसने पाकिस्तान को ड्रोन के जरिए मदद भेजी और उसने ड्रोन्स का इस्तेमाल भारत के खिलाफ किया. भारत ने तुर्किए और अजरबैजान की तरक्की चाही और उन्होंने बदले में सिर्फ दगा किया.
यहां तक कि भारत ने अप्रैल में तुर्किए और अजरबैजान में 60 लाख डॉलर इन्वेस्ट करने का वादा किया था, लेकिन इन दोनों ने पाकिस्तान का ही साथ दिया. चलिए जानें कि इन दोनों देशों में कितने मुसलमान रहते हैं और पाकिस्तान के मुकाबले दोनों देशों का आंकड़ा कितना है.
तुर्किए में मुसलमान
पाकिस्तान से प्यार दिखाने वाले तुर्किए के खिलाफ भारत ने बहुत गुस्सा देखने को मिल रहा है. वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू की मानें तो तुर्किए की कुल आबादी 8 करोड़ 60 लाख है, जिसमें से 8 करोड़ 40 लाख सिर्फ मुसलमान हैं. इस देश में मुसलमानों की कुल आबादी 98.14% है. पूरी दुनिया की 4.27% मुस्लिम आबादी यहां रहती है. तुर्किए में 88 फीसदी सुन्नी मुसलमान, 4 फीसदी अलेवी और 6 फीसदी वो हैं जो कि किसी धर्म को नहीं मानते हैं. वहीं 2 फीसदी अन्य मुस्लिम संप्रदाय है. तुर्किए में ईसाई और हिंदू धर्म के लोग भी रहते हैं.
अजरबैजान और पाकिस्तान में मुसलमान
अजरबैजान की बात करें तो यह ऐसा देश है जहां पर कई धर्मों के लोग रहते हैं. यहां पर ज्यादातर आबादी इस्लाम धर्म को मानती है. यहां 96-99% आबादी मुस्लिम है. यहां ज्यादातर शिया इस्लाम को मानने वाले लोग रहते हैं. इसमें से 55-65% आबादी शिया मुस्लिम की है वहीं बाकी सुन्नी मुसलमान हैं. इसके अलावा यहां ईसाई और हिंदू धर्म को मानने वालों की भी संख्या है. जबकि पाकिस्तान में 96.4 फीसदी मुसलमानों की संख्या है.
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