लंबे अरसे करीब पांच साल से रुकी भारत और चीन के बीच सीधी हवाई सेवा को आखिरकार हरी झंडी मिल गई है. करीब पांच साल से बंद पड़ी डायरेक्ट फ्लाइट्स अब फिर से उड़ान भरने जा रही हैं. 26 अक्टूबर 2025 से इंडिगो अपने रूट्स को दोबारा शुरू करेगी. यह कदम दोनों देशों के बीच धीरे-धीरे पटरी पर लौटते रिश्तों और हाल के कूटनीतिक प्रयासों का परिणाम माना जा रहा है. आइए जान लेते हैं कि आखिर जब पिछले पांच सालों से डायरेक्ट फ्लाइट नहीं चल रही थी तो लोग इस देश का सफर कैसे करते थे.
2020 में बंद हो गई थीं उड़ान
करीब पांच साल के लंबे अंतराल के बाद भारत और चीन के बीच डायरेक्ट फ्लाइट्स फिर से शुरू होने जा रही हैं. कोविड-19 महामारी के समय 2020 में इन उड़ानों को बंद कर दिया गया था. इसके बाद डोकलाम तनाव ने हालात और जटिल बना दिए, जिसकी वजह से सीधी हवाई सेवाएं अब तक बहाल नहीं हो पाई थीं. लेकिन अब स्थिति में बदलाव आया है और अक्टूबर 2025 के अंत से इंडिगो एयरलाइंस भारत और चीन के बीच अपनी उड़ानों को दोबारा शुरू करने जा रही है.
किन रास्तों से होकर चीन जाते थे यात्री
इस फैसले के बाद उन हजारों यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी, जिन्हें अब तक चीन पहुंचने के लिए तीसरे देश के रास्ते होकर जाना पड़ता था. जब सीधी उड़ानें बंद थीं, तब भारतीय नागरिकों को हांगकांग, जापान या मंगोलिया जैसे देशों में रुककर चीन जाना पड़ता था. उदाहरण के लिए, कैथे पैसिफिक एयरलाइंस के जरिए हांगकांग होकर या एमआईएटी मंगोलियन एयरलाइंस के जरिए मंगोलिया होकर चीन तक का सफर पूरा करना पड़ता था. यह यात्रा न केवल लंबी और समय लेने वाली थी, बल्कि यात्रियों को अधिक खर्च भी करना पड़ता था.
कारोबार पर हो रहा था असर
सीधी उड़ानों की बहाली केवल यात्रियों के लिए ही नहीं, बल्कि व्यापारिक जगत और दोनों देशों के कारोबारी रिश्तों के लिए भी अहम मानी जा रही है. चीन भारत का बड़ा व्यापारिक साझेदार है और पिछले कुछ वर्षों में यात्रा पाबंदियों और सीधी उड़ानों के न होने से कारोबार पर असर पड़ा था. अब जब अक्टूबर 2025 से यह सेवा फिर से शुरू होगी, तो दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और लोगों के बीच संपर्क को नया बढ़ावा मिलेगा.
सामान्य हो रहे भारत और चीन के संबंध
यह फैसला भारत और चीन के बीच धीरे-धीरे सामान्य हो रहे संबंधों का भी संकेत है. हाल ही में दोनों देशों के बीच हुए कूटनीतिक संवादों और प्रयासों का नतीजा है कि हवाई सेवाएं फिर से शुरू की जा रही हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो यह कदम आगे चलकर रिश्तों को और सहज बनाने की दिशा में मददगार साबित हो सकता है.
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