प्यार की निशानी ताजमहल को देखनेे लोग दूर-दूर से आते हैं. देश हो या विदेश इसकी खूबसूसरती देख लोग आज भी अचंभा करते हैं. आपनेे भी ताजमहल को देखा होगा, लेकिन क्या कभी ये खयाल आया है कि आखिर ये बना कितनी जगह में है और शाहजहां को इसे बनाने का आइडिया कैसे आया. यदि नहीं तो चलिए जान लेते हैं.


कितनी जगह में बना है ताजमहल?
उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित ताजमहल हजारों मजदूरों के मेहनत सेे तैैयार किया गया था. यदि बात करेें कि ये कितनी जगह में बना है तो बता दें सफेद संगमरमर सेे बनी ये खूबसूरत इमारत 17 हेक्टेयर में फैली हुई है. जो 42 एकड़ या 67 बीघा पर बना हैै. 


कैसे आया ताजमहल बनाने का आइडिया
यदि आपकेे मन में ये सवाल उठ रहा है कि शाहजहां को ताजमहल बनाने का आइडिया कैसे आया होगा. तो बता दें जग मंदिर जिसे 17वीं शताब्दी के शुरुआती सालों में महाराजा कर्ण सिंह द्वारा राजकुमार खुर्रम यानी शाहजहां के लिए छिपने के उद्देश्य से बनवाया गया था. 1620-28 के बीच महाराजा कर्ण सिंह ने इस जगह पर शासन किया. इसी अवधि में राजकुमार खुर्रम ने अपने पिता के खिलाफ विद्रोह छेेड़ दिया था. इसी बीच शाहजहां यहां रहे थे और कहा जाता है इस मंदिर को देखकर उन्हें ताजमहल बनाने की प्रेरणा मिली थी.


ताजमहल में कब बना था मकबरा
मकबरे का निर्माण अनिवार्य रूप से 1643 में पूरा किया गया था लेकिन परियोजना के अन्य चरणों में काम 10 वर्षों तक जारी रहा. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि ताजमहल का असली नाम "रऊजा-ए-मुनव्वरा-ए-मुनव्वरा" (Rauza-i-munawwara) है. जिसका मतलब हिंदी में जगमगाता हुआ मकबरा होता है. बता दें यहां पर मुख्य गुंबद की ऊंचाई 240 फीट है और 4 मीनारों की ऊंचाई 130 फीट है. हर साल लगभग 80 लाख लोग ताजमहल देखने आगरा आते हैं.                                                       


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