यदि आपके पास कोई नोट है और आप उसपर साइन देख रहे हैं तो वो आरबीआई गवर्नर का ही साइन होता है. उन्हीं के साइन के बाद नोट की छपाई होती है. इसके अलावा आरबीआई गवर्नर का मुख्य कार्य मौद्रिक नीति तैयार करना और उनका कार्यान्वयन करना और निगरानी करना होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश के इस उच्च पद पर आसीन होने वाले व्यक्ति को हर महीने कितनी तनख्वाह दी जाती है. यदि नहीं तो चलिए आज जान लेते  हैं.


कितनी होती है आरबीआई गवर्नर की सैलरी?
बता दें रिजर्व बैंक गवर्नर को हर महीने ढाई लाख रुपए की तनख्वाह दी जाती है. जो देश के उच्च पद पर काम करने वाले कई अधिकारियों को दी जाती है. हालांकि इसके अलावा उन्हें अन्य सुविधाएं भी मिलती हैं.


आरबीआई गवर्नर को दी जाने वाली सुविधाएं
बता दें आरबीआई गवर्नर को सैलरी के अलावा घर, गाड़ी, ड्राइवर जैसी अन्य सुविधाएं भी दी जाती हैं. जिससे वो बिना किसी परेशानी के अपने कामकाज कर सकेें.


कैसे बनते हैं आरबीआई गवर्नर
आरबीआई गवर्नर बनने के लिए कुछ चीजेें बेहद जरूरी होती हैं. जैसे वो व्यक्ति भारत का नागरिक होना चाहिए. उसकी उम्र 40 से 60 वर्ष के बीच होना जरूरी है. साथ ही उसे बैंकिंग एवं फाइनेंशियल सेक्टर में कम से कम 20 साल काम का अनुभव होना चाहिए और वो प्रतिष्ठित बैंकिंग, फाइनेंशियल या एकेडमिक इंस्टीट्यूशन में सीनियर पोजिशन पर काम किया हो. इसके अलावा उस व्यक्ति का किसी पॉलिटिकल पार्टी से संबद्ध नहीं होना चाहिए.


कौन करता है आरबीआई गवर्नर की नियुक्ति
आरबीआई गवर्नर की नियुक्ति अप्वाइंटमेंट्स कमेटी ऑफ कैबिनेट (ACC) के द्वारा की जाती है. जिसके चेयरमैन भारत के प्रधानमंत्री होते हैं. ये कमेटी आरबीआई गवर्नर के पद पर किसी व्यक्ति की नियुक्ति उसकी योग्यता और अनुभव के आधार पर करती है.                                                   


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