भारत से बड़ी संख्या में लोग विदेशों में रोजगार के लिहाज से कमाने के लिए जाते हैं. लेकिन वे वहां पर किसी न किसी वजह से जेलों में बंद हैं. अजनबी देशों की जेलों में अपने देश की मिट्टी को याद करते हुए भारतीय नागरिक सजा काटने पर मजबूर हैं. हाल ही में विदेश मंत्रालय ने लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए जो आंकड़े बताए हैं, वो सच में हैरान करने वाले हैं. चलिए इन आंकड़ों को समझते हैं.
कितने भारतीय विदेशी जेलों में बंद
विदेश मंत्रालय का कहना है कि वर्तमान में 11 देशों में 43 भारतीय मौत की सजा का सामना कर रहे हैं. साथ ही दुनिया की 70 से ज्यादा देशों की जेलों में 10,574 भारतीय नागरिक जेल में बंद हैं. इनमें से कुछ कैदी वो हैं, जिनकी सजा को लेकर अभी कोर्ट में केस चल रहा है, वहीं कुछ सजा पा चुके हैं, तो कुछ की सजा पूरी हो गई है और वे रिहाई का इंतजार कर रहे हैं. वहीं 14 ऐसे देश हैं जहां पर 100 से ज्यादा भारतीय जेलों में कैद हैं.
पिछले 9 साल में बढ़ी कैदियों की संख्या
विदेश मंत्रालय ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ये संख्या ज्यादा भी हो सकती है, क्योंकि कई देश में प्राइवेसी को लेकर कड़े कानून हैं, इसीलिए सभी मामलों की विस्तृत जानकारी देना संभव नहीं है. कुछ देशों का मामला तो ऐसा भी है कि वहां पर जानकारी तब तक साझा नहीं की जाती है, जब तक कि कैदी इजाजत नहीं दे देता है. पिछले एक दशक की बात करें तो विदेशी जेलों में भारतीय कैदियों की संख्या 63 फीसदी बढ़ी है. साल 2016 में विदेशी जेलों में 6489 भारतीय बंद थे. अगस्त 2025 में इनकी संख्या बढ़ चुकी है और अब 10,574 हो गई है.
सबसे ज्यादा भारतीय खाड़ी देशों में
इस लिस्ट में सबसे ज्यादा भारतीय छह खाड़ी देशों में बंद हैं. इसमें सऊदी अरब में 1653, यूएई में 838, कुवैत में 459, ओमान में 109, बहरीन में 68 कैदी शामिल थे. 2016 में इन कैदियों की संख्या 3266 थी, जो कि 2025 में दोगुने से भी ज्यादा 6671 हो गई है.
कितनों को हुई सजा
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों की मानें तो अभी तक 43 भारतीय नागरिक जेल में मौत की सजा का सामना कर रहे हैं. इसमें से सबसे ज्यादा यूएई में हैं. यूएई में 21 भारतीय शामिल हैं. इसके बाद सऊदी अरब में 7, चीन में 4, इंडोनेशिया में 3, यमन में 1 और बाकी कुछ अन्य देशों में शामिल हैं.
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