पहलगाम हमले में 26 मासूमों की मौत को लेकर पूरे देश में आक्रोश का माहौल है. दुनिया के कुछ देशों में पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा है. वहीं इस मामले पर कई लोग हिंदू-मुस्लिम को लेकर बयानबाजी भी जमकर कर रहे हैं. भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा भी कैंसिल कर दिए गए हैं और उनको उनके देश भेजा जा रहा है. भारत और पाकिस्तान के मुद्दे के बीच आइए यह भी जान लेते हैं कि आखिर बंटवारे के वक्त कितने हिंदू भारत से पाकिस्तान चले गए थे और वहां कितने बचे हैं. 

पाकिस्तान की आबादी

आजादी के वक्त भारत के मुस्लिम बाहुल क्षेत्र को पाकिस्तान घोषित कर दिया गया था. वर्तमान समय में पाकिस्तान एक इस्लामिक देश है. Worldometer के अनुसार यहां पर करीब 23 करोड़ से ज्यादा की आबादी रहती है. यह दुनिया का पांचवां सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है. 2017 की जनगणना की मानें तो उस वक्त पाकिस्तान की जनसंख्या 20.7 करोड़ थी, जो कि साल 2023 में 24.14 करोड़ पहुंच गई थी. माना तो यह भी जाता है कि 2050 तक पाकिस्तान दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश कहलाएगा. 

पाकिस्तान में हिंदू

पाकिस्तान में हिंदुओं की बात करें तो पाकिस्तानी सरकार का कहना है कि वहां पर मुस्लिम के बाद सबसे ज्यादा हिंदू आबादी रहती है. 2017 की जनगणना की मानें तो उस वक्त यहां पर करीब 40 लाख हिंदू हुआ करते थे. पाकिस्तानी हिंदू परिषद का कहना है कि वर्तमान समय में वहां पर हिंदुओं की कुल आबादी 2.14 प्रतिशत है. पाकिस्तान का उमेरकोट जिला सबसे ज्यादा हिंदू आबादी वाला इलाका है. यहां पर करीब 52% हिंदू रहते हैं. वहीं पाक के थारपारकर जिले में 7,14,698 के करीब हिंदू रहते हैं.

बंटवारे से पहले कितने हिंदू पाकिस्तान में थे

बंटवारे से पहले की बात करें तो 1941 की जनगणना के अनुसार पाकिस्तान वाले क्षेत्र की आबादी में 14.6 प्रतिशत हिंदू लोग रहते थे. अब तो वहां पर हिंदू मंदिर भी बहुत कम बचे हैं. 14 अगस्त 1947 को जब पाकिस्तान, भारत से अलग हुआ था उसके बाद 44 लाख हिंदू और सिख भारत की ओर आए थे. वहीं भारत से 4.1 करोड़ मुसलमान पाकिस्तान पहुंचे थे. 1951 की जनगणना के अनुसार पश्चिमी पाकिस्तान में 1.6% हिंदू जनसंख्या थी, जबकि पूर्वी पाकिस्तान (बांग्लादेश) में 22.05% थी. हालांकि पाकिस्तान से कितने हिंदू भारत आए थे, इसकी कोई सटीक जानकारी नहीं मिल पाई है.

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