लगातार खबरें आती रहती हैं कि तेज आवाज के चलते उस इंसान की मौत हो गई. पूरे गूगल पर आपको सैकड़ों ऐसी खबरें मिल जाएंगी जिसमें तेज आवाज के चलते इंसान की मौत हो गई है. ऐसे में मन में सवाल आता है कि शादी विवाह से लेकर पार्टियों तक में डीजे काफी लाउड बजाया जाता है, उससे भी हमारी मौत हो सकती है क्या? इसका जवाब है हां. डीजे की तेज आवाज से इंसान की मौत हो सकती है, क्योंकि इंसान की सुनने की एक क्षमता होती है और इससे अधिक जब उसको शोर सुनाई देता है तो उसे हार्ट अटैक की सहित तमाम अन्य समस्याएं होने लगती हैं. तो चलिए, आपको बताते हैं कि कितनी तेज आवाज एक इंसान झेल सकता है और कितनी तेज आवाज उसके लिए खतरनाक हो सकती है.

लाउड म्यूजिक इंसान के लिए कितना खतरनाक?

World Health Organization के अनुसार, लाउड म्यूजिक और शोर शराबे में रहने के चलते 12 साल से 35 साल के करीब 100 करोड़ लोगों पर कम सुनने का खतरा बना हुआ है. तेज लाउड में लगातार कोई गाना या शोर शराबा सुनने का हमारी सेहत पर गहरा असर पड़ता है. सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, अगर इंसान एक तय लिमिट से ज्यादा तेज साउंड सुनता है तो उसकी सुनने की क्षमता लगातार कम होती जाती है. बढ़ता डेसिबल लेवल इंसान को गंभीर बीमारियों की तरफ धकेलता जाता है.

एक लिमिट को पार करने के बाद इंसान को तेज साउंड सुनकर झुंझलाहट और चिड़चिड़ापन होने लगता है. इसका असर उसके हार्ट पर होता है और उसे हार्ट से संबंधित बीमारियां होने लगती हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, लगातार तेज साउंड इंसान के लिए बहरापन, मानसिक तनाव, चिड़चिड़ाहट, तेज सिरदर्द, हाई ब्लड प्रेशर, अनिद्रा, याददाश्त कमजोर होना, ब्रेन हैमरेज, किसी चीज पर फोकस न कर पाना और हार्ट अटैक का कारण बनता है. 

कितनी तेज आवाज सुन सकता है इंसान?

हर इंसान के पास सुनने की एक लिमिट होती है किसी के पास थोड़ा ज्यादा हो सकती है किसी के पास थोड़ा कम हो सकती है. हियरिंग हेल्थ फाउंडेशन के अनुसार, एक इंसान के लिए  70 डेसिबल या उससे कम ध्वनि सेफ होती है. इससे ज्यादा तेज आवाज इंसान के लिए खतरनाक होती है. म्यूजिक डिवाइस इयरफोन, इयरबड्स की 60 प्रतिशत वैल्यूम ही 75-80 डेसिबल तक पहुंच जाती है और फुल वैल्यूम 100 से 110 डेसीबल तक पहुंच जाती है. लगातार इतनी तेज आवाज सुनना आपके लिए किसी खतरे से कम नहीं है. कभी कभी यही तेज आवाज हार्ट अटैक से उसकी मौत का कारण बनती है. अगर सरल शब्दों में कहा दाए तो 185-200 डेसिबल तक की आवाज उसके मौत का कारण बन सकती है.

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