Ek Mukhi Rudraksh: हिंदू धर्म से जुड़े हुए लोगों को रुद्राक्ष का महत्व पता होगा. रुद्राक्ष जो संस्कृत के शब्द रुद्र और अक्ष से बना है. रुद्र  भगवान शिव का नाम है और अक्ष का मतलब आंसू होता है. यानी रुद्राक्ष का मतलब भगवान शिव के आंसू होता है. दुनिया में कई तरह के रुद्राक्ष मौजूद होते हैं. जिनमें सबसे दुर्लभ माना जाता है एक मुखी रुद्राक्ष को. दुनिया में एक मुखी रुद्राक्ष की भारी डिमांड होती है. आखिर कैसे उगता है एक मुखी रुद्राक्ष. जिसे खरीदने के लिए लोग लाखों रुपए देने को तैयार हो जाते हैं. आइए जानते हैं. 


कैसे उगता है एकमुखी रुद्राक्ष?


एक मुखी रुद्राक्ष का काफी महत्व माना जाता है. कहते हैं एक मुखी रुद्राक्ष को पहनने से भगवान शिव की सीधी कृपा होती है. भगवान शिव के भक्तों में एक मुखी रुद्राक्ष की काफी डिमांड होती है. लेकिन आपको पता है एक मुखी रुद्राक्ष कैसे उगता है. एक मुखी रुद्राक्ष इलियोकार्पस गेनिट्रस नाम के पेड़ के फल से बनता है. इस पेड़ से फल नीचे गिरता है. उसके बाद उसके अंदर से एक बीज निकलता है. जिसे रुद्राक्ष कहा जाता है. समान्य रुद्राक्ष में 12 धारियां होती हैं. लेकिन जिस रुद्राक्ष में केवल एक धारी होती है. उसे एक मुखी रुद्राक्ष कहते हैं. इसका आकार गोल होता है. यह दिखने में आधे चंद्रमा जैसा दिखता है. यह रुद्राक्ष काफी दुर्लभ माना जाता है. यह आसानी से नहीं मिलता. इसलिए मार्केट में इसे खरीदने के लिए लोग लाखों रुपए देने को तैयार हो जाते हैं. 


इस तरह करें नकली एक मुखी रुद्राक्ष की पहचान


लोगों की बहुत डिमांड होने के कारण अब बाजार में नकली एक मुखी रुद्राक्ष भी बेचे जा रहे हैं. असली एक मुखी रुद्राक्ष बेहद महंगे होते हैं. तो वहीं नकली एक मुखी रुद्राक्ष को लोग कम कीमतों पर लोगों को ठगकर बेच देते हैं. अगर आपको असली और नकली रुद्राक्ष में पहचान करनी हैं. तो सबसे पहले आप रुद्राक्ष पर बनी धारियां देखें. असली एक मुखी रुद्राक्ष पर सिर्फ एक ही धारी होगी. इसके अलावा लोग लकड़ी का रुद्राक्ष बनाकर भी बेच देते हैं. जिस पर नाग या त्रिशूल की आकृति बनी होती है. इसलिए जब आप एक मुखी रुद्राक्ष खरीदें तो इन बातों का ध्यान रखें. 


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