आकाश अनंत है, इसका कोई छोर नहीं है. पहले तो यही कहा जाता था, क्योंकि पहले इस बात का किसी को कोई अंदाजा ही नहीं था कि आखिर ब्रह्मांड कितना बड़ा है. मगर वैज्ञानिकों की बरसों की मेहनत के बाद आखिर अब इस बात का पता चल चुका है कि आखिर ब्रह्मांड कितना है, उन्होंने इसको नाप लिया है. पहले ब्रह्मांड को लेकर लोग तरह तरह की बातें करते थे कि इसको कोई नाप नहीं सकता है, क्योंकि यह हर दिशा में फैला हुआ है और लगातार फैल रहा है. लेकिन अब इसका पता चल गया है.
कितना बड़ा है ब्रह्मांड
साल 2016 में आई एक रिपोर्ट की मानें तो ब्रह्मांड करीब 93 अरब प्रकाश वर्ष चौड़ा है. प्रकाश वर्ष के पैमाने से हम किसी लंबी दूरी को नापते हैं. क्योंकि इसकी रफ्तार बहुत तेज होती है और वो एक सेकेंड में करीब दो लाख किलोमीटर की दूरी तय कर लेता है. ऐसे में एक साल में प्रकाश जितनी दूरी तय करता है, उसे ही पैमाना बनाकर नापा जाता है. दरअसल इतनी लंबी दूरी को मील या किलोमीटर में तो नापा नहीं जा सकता है, ऐसे में इसके लिए प्रकाश वर्ष का पैमाना तय किया गया है.
किन चीजों से मिलकर बना है ब्रह्मांण
हमारा ब्रह्मांड बहुत सारी चीजों से मिलकर बना हुआ है. हमारी धरती सौरमंडल का हिस्सा है. सौर मंडल में आठ ग्रह हैं जो कि सूरज के चारों ओर चक्कर लगाते हैं. इसी तरह से सूरज भी एक तारा है. जो कि हमारी आकाशगंगा मिल्की वे का हिस्सा है. ब्रह्मांड में मिल्की वे की तरह बहुत सी आकाशगंगाएं हैं, हालांकि ये कैसी हैं और उनका आकार कैसा है इसके बारे में अभी अंदाजा ही लगाया जा रहा है. हमारी आकाशगंगा को लेकर वैज्ञानिकों की राय है कि यह करीब एक लाख से डेढ़ लाख प्रकाश वर्ष चौड़ी है. ब्रह्मांड तो इससे न जाने कितने गुना बड़ा है.
ब्रह्मांड में क्या क्या मौजूद है
साल 2022 की एक रिपोर्ट की मानें तो अब तक ब्रह्मांड का नक्शा बनाने के लिए छह बार सर्वे हो चुके हैं. इसी से पता चला है कि इसके अंदर 30 से 200 मेगापारसेक्स जितनी लंबी आकृतियां मौजूद हैं. इसमें आकाशगंगाओं के गुच्छे, आकाशगंगाओं का समूह, अंतरिक्षीय दीवारें, सुपरक्लस्टर्स, ग्रह, तारे, फिलामेंट्स, नेबुला और सुपरनोवा जैसी तमाम चीजें मौजूद हैं. आम भाषा में इसे ब्रह्मांड का जाल भी कहा जाता है.
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