केंद्र सरकार के नए हिट एंड रन कानून को लेकर पूरे देशभर में हड़ताल जारी है. इस हड़ताल की वजह से आम नागरिकों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन क्या आप जानते है कि दूसरे देशों में हिट एंड रन को लेकर क्या कानून और सजा है. आज हम आपकों बताएंगे कि भारत के अलावा दूसरे देशों में सजा का क्या प्रावधान है.
जानिए यूएई में क्या है कानून
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में हिट एंड रन मामलों में सख्ती के साथ कार्रवाई होती है. यूएई में हिट एंड रन के मामलों में आर्टिकल Article 5 (1) के मुताबिक भारत से ज्यादा सख्त विदेशों में हिट एंड रन कानून, यूएई में 56 लाख तक जुर्माना
ड्राइवर को सबसे पहले गाड़ी से जुड़े दस्तावेज पुलिस को सौंपने होते हैं. इस स्थिति में घटनास्थल पर अगर पुलिस नहीं है, तो घटना होने के 6 घंटे के अंदर उसकी जानकारी पुलिस स्टेशन को देनी होती है. अगर इस स्थिति में देरी से पुलिस को जानकारी देते हैं, तो इसकी वजह भी बतानी होती है. वहीं ड्राइवर की गलती होने पर सजा के तौर पर उन्हें 56 लाख रूपये जुर्माना देना होता है और उनका लाइसेंस रद्द हो जाता है.
सऊदी अरब
सऊदी अरब का कानून बहुत सख्त है. यहां का कानून कहता है कि एक्सीडेंट की स्थिति में सामने वाले व्यक्ति की मौत होती है, तो ड्राइवर को चार साल की जेल या उससे 44,44,353 रूपये जुर्माना वसूला जाएगा. वहीं सऊदी अरब का ट्रैफिक रेग्युलेशन अमेंडमेंट के मुताबिक एक्सीडेंट होने की स्थिति में घायल व्यक्ति को हॉस्पिटल ले जाया जाता है और दोषी ड्राइवर को 2 साल की जेल और 22 हजार रूपये जुर्माना देना होता है.
कनाडा
इन मामलों में कनाडा का कानून भी सख्त है. क्रिमिनल कोड कनाडा का सेक्शन Sec. 252 (1) के मुताबिक एक्सीडेंट मामले में कोई शख्स घायल होता है, तो दोषी ड्राइवर को 5 साल की जेल होगी. वहीं एक्सीडेंट में मौत होने पर दोषी ड्राइवर को आजीवन उम्र कैद की सजा मिलेगी.
अमेरिका
अमेरिका के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नियम हैं. हालांकि ज्यादातर राज्यों में ड्राइवर को एक्सीडेंट की जानकारी पुलिस को देनी होती है. ऐसा नहीं करने पर उसे जुर्माने के साथ 10 साल की जेल हो सकती है.
ब्रिटेन
ब्रिटेन में एक्सीडेंट के मामले में ड्राइवर घटनास्थल पर अगर मौजूद रहता है, तो उसे कम सजा मिलती है. अगर ड्राइवर मौके से भागता है, फिर उसे सजा ज्यादा मिलती है. इस स्थिति में दोषी ड्राइवर से अनलिमिटेड फाइन वसूला जा सकता है. इसके अलावा 6 माह की जेल हो सकती है.