IPS वाई पूरन की पत्नी को मिलेगा कितना पैसा, जानें कौन-कौन से फंड देती है सरकार
IPS Puran Kumar Suicide: हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस वाई पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ में खुदकुशी कर ली. चलिए जानें कि उनकी पत्नी को कौन कौन से सरकारी फंड मिलेंगे.

हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ में अपने घर पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली. यह हादसा सेक्टर 11 स्थित उनके आवास में हुआ. चौंकाने वाली बात यह है कि उन्होंने जान देने से ठीक एक दिन पहले, यानी 6 अक्टूबर को अपनी वसीयत तैयार की थी और 9 पन्नों का सुसाइड नोट लिखा था. यह नोट उन्होंने अपनी पत्नी, आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कुमार, जो उस समय सरकारी विदेश दौरे पर थीं, को मोबाइल पर भेजा था.
सुसाइड नोट और वसीयत के अनुसार, वाई पूरन कुमार ने स्पष्ट रूप से लिखा कि उनकी मौत के बाद सारी संपत्ति उनकी पत्नी अमनीत पी. कुमार के नाम होग. इसमें उनके नाम पर मौजूद विभिन्न अचल और चल संपत्तियों का ब्यौरा भी शामिल था. आइए इसी क्रम में जान लेते हैं कि आखिर वाई पूरन की पत्नी को कितना पैसा मिलेगा और सरकार कौन कौन से फंड देती है.
केंद्र सरकार कौन से फंड देती है?
केंद्रीय स्तर पर, आईपीएस अधिकारियों के परिवार को फैमिली पेंशन, ग्रेच्युटी और Ex-Gratia राशि दी जाती है. फैमिली पेंशन आमतौर पर अधिकारी के अंतिम वेतन का 30 से 50 प्रतिशत होती है. इसके अलावा, केंद्रीय सरकार द्वारा जनरल इंश्योरेंस स्कीम के तहत जीवन बीमा का भुगतान भी किया जाता है. यह व्यवस्था अधिकारियों के परिवार की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करती है.
राज्य सरकारें क्या करती हैं मदद
राज्य सरकारें भी अपने स्तर पर मदद करती हैं. मृतक अधिकारी के राज्य कैडर के आधार पर पत्नी और बच्चों को स्टेट फैमिली पेशन, एक्स्ट्रा Ex-Gratia राशि और पुलिस वेलफेयर फंड जैसी योजनाओं से आर्थिक सहायता दी जाती है. कई राज्यों में Compassionate Appointment Scheme के तहत परिवार के किसी सदस्य को नौकरी देने की सुविधा भी होती है.
सिर्फ आर्थिक मदद ही नहीं, बल्कि परिवार को घर या सरकारी क्वार्टर, स्वास्थ्य सुविधाएं, बच्चों की शिक्षा के लिए स्कॉलरशिप या फीस छूट जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं. इन सभी उपायों का मकसद अधिकारी की मृत्यु के बाद परिवार की वित्तीय सुरक्षा और सामाजिक संरक्षण सुनिश्चित करना है.
आईपीएस वाई पूरन की संपत्ति
आईपीएस वाई पूरन की वसीयत की बात करें तो उनकी संपत्ति में मुख्य रूप से शामिल हैं-
- गुरुग्राम यूनिवर्सल बिजनेस पार्क में ऑफिस स्पेस
- चंडीगढ़ के सेक्टर-11ए में मकान नंबर 116 में 25% हिस्सा
- प्लॉट नंबर 1227, सेक्टर 83/अल्फा, ब्लॉक-बी, आईटी सिटी, एसएएस नियाग्रा, मोहाली
- उनके एचडीएफसी बैंक वेतन खाते में बचत और उससे जुड़े डीमैट खाते में रखे गए शेयर
इस नोट में उन्होंने स्पष्ट किया कि इन सभी संपत्तियों और निवेश की पूर्ण जिम्मेदारी उनकी पत्नी को मिलेगी.
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Source: IOCL

























