हर देश का राष्ट्रगान उसके लोगों की पहचान, भावनाओं और इतिहास को आवाज देता है. जब भी किसी देश का राष्ट्रगान बजता है, तो लोग सीना तानकर खड़े हो जाते हैं क्योंकि यह गान सिर्फ कुछ पंक्तियां नहीं, बल्कि पूरे देश की एकता, संस्कृति और संघर्षों का प्रतीक होता है. पाकिस्तान का राष्ट्रगान भी ऐसा ही एक जरूरी गीत है जो देश की आत्मा को सुरों और शब्दों में पेश करता है. लेकिन बहुत कम लोगों को यह पता है कि पाकिस्तान का राष्ट्रगान लिखने वाले व्यक्ति का जन्म आज के भारत में हुआ था. स्वतंत्रता के समय दोनों देशों का राजनीतिक नक्शा जरूर बदल गया, लेकिन इतिहास और संस्कृति की कई कड़ियां अब भी एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं. तो आइए जानते हैं कि पाकिस्तान का राष्ट्रगान किसने लिखा था और भारत में उसका घर कहां है.
पाकिस्तान का राष्ट्रगान किसने लिखा था और भारत में उनका घर कहां?
पाकिस्तान के राष्ट्रगान के शब्द हफीज जालंधरी ने लिखे थे. हफीज जालंधरी का जन्म साल 1900 में भारत के जालंधर शहर में हुआ था यानी पाकिस्तान के राष्ट्रीय गीत के लेखक की जन्मभूमि आज भारत में है. आजादी के बाद जब पाकिस्तान को अपना अलग राष्ट्रगान चाहिए था, तब कई वर्षों तक सिर्फ उसकी धुन ही बजती थी, लेकिन बोल तय नहीं हो पाए थे. आखिरकार 1955 में हफीज जालंधरी के लिखे गए गीत पाक सरजमीं को पाकिस्तान का आधिकारिक राष्ट्रगान घोषित किया गया. उनके इस योगदान के लिए उन्हें पाकिस्तान के एक बड़े नागरिक सम्मान हिलाल-ए-इम्तियाज से भी सम्मानित किया गया.
राष्ट्रगान पहली बार कब रिकॉर्ड किया गया था?
पाकिस्तान का राष्ट्रगान पहली बार 13 अगस्त 1954 को रेडियो पाकिस्तान पर प्रसारित किया गया. इसकी धुन अहमद गुलाम अली छागला ने तैयार की थी. उस समय कुल 10 से 11 गायकों ने इसे गाया था, जिनमें अहमद रुश्दी, नसीमा शाहीन, रशीदा बेगम जैसे नाम शामिल थे. उस दौर में तकनीक सीमित थी, इसलिए रिकॉर्डिंग का तरीका भी बहुत साधारण था. वहीं लगभग 68 साल बाद, वर्ष 2022 में पाकिस्तान ने अपने राष्ट्रगान को दोबारा रिकॉर्ड किया. यह इसलिए किया गया क्योंकि 1954 में दस–बारह गायकों ने इसे गाया था, लेकिन आज पाकिस्तान में कई संस्कृतियां, भाषाएं और संगीत की शैलियां मौजूद हैं. इसलिए नई रिकॉर्डिंग में सभी समुदायों और तरह-तरह के गायकों को शामिल किया गया. कई ट्रैक अलग-अलग रिकॉर्ड करके फिर उन्हें मिक्स किया गया, ताकि आवाज और संगीत की क्वालिटी बेहतरीन बने.
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