Hockey : वैसे तो हॅाकी भारत का राष्ट्रीय खेल है... पर क्या आपको पता है कि अमेरिका में रहने वाली 82 साल की एक महिला ने हॉकी खेल के अपना नाम गिनीज बुक में दर्ज करा लिया है. गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड के मुताबिक, लिंडा सिनरोडा नामक अमेरिकी महिला आइस हॅाकी (Hockey) के प्रति इतनी जुनूनी हैं कि उन्होंने दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला खिलाड़ी का खिताब अपने नाम करा लिया है.


वर्जीनिया के लॅार्टन निवासी लिंडा सिनरोडा हॅाकी से जुड़ने से पहले एक प्रमुख स्केटर थीं. वही कुछ साल पहले 35 साल की उम्र में जब सिनरोडा बर्फ पर स्केटिंग करने के लिए गई थीं तो वहा एक दोस्त ने उनसे पूछा की क्या वह बर्फ मे स्केटिग के साथ साथ हॅाकी खेल को आजमा सकती है. इसके बाद सिनरोड को हॅाकी खेलना इतना अच्छा लगा कि उन्होंने वासिंगटन डीसी में संस्थापक सदस्य के रूप में पहली महिला हॅाकी टीम में शामिल हो गईं.


बुजुर्ग होने के कारण छोड़ना पड़ा था खेल


रिपोर्ट्स की माने तो, सिनरोड हॅाकी नही छोड़ना चाहती थीं. इसलिए उन्होंने महिला लीग में खेलना शुरु कर दिया, जो साल में 2 बार टीमों का चयन करती है. सिनरोड़ ने कहा, "मै हमेशा से टीम में खेलने वाली उम्रदराज खिलाड़ी रहती थी. इस कारण मैं हमेशा यह जानने के लिए उत्सुक रहती थी कि उम्रदराज महिला हॅाकी खिलाड़ी की उम्र कितनी हो सकती है.


रिकार्ड बनाने के लिए इतनी उम्र थी जरूरी


सिनरोडा ने 67 साल की उम्र में वापस से प्रिस विलियन वाइल्डकैट्स हॅाकी टीम से जुड़ने का फैसला किया. टीम के साथ सिनरोड ने 75 साल की उम्र तक हाकी खेला. वही सिनरोड ने जब दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला हॅाकी खिलाड़ी की उम्र का पता किया तो वह 72 थी. हालांकि, जब तक उन्होंने इसका आवेदन करने का फैसला किया तब उनकी उम्र 80 से ऊपर थी.


भारत के हॅाकी स्टेडियम का नाम भी गिनिज बुक में है दर्ज


इंटरनेशनल हॅाकी फेडरेशन ने भी उडीसा के बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम का नाम भी विश्व के सबसे बडे हाकी स्टेडियम के रुप में दर्ज है. इसका नाम भी गिनिज बुक आफ रिकार्ड मे दर्ज किया गया है. वहीं हॅाकी विश्व कप के लिए भारत का बिरसा मुंडा स्टेडियम बनाया गया है.


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