GST Rate Cut: 15 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से जिस गिफ्ट का वायदा किया था, उसे पूरा कर दिया गया है. भारत सरकार ने नई जीएसटी दरों को लागू कर दिया है. जीएसटी के नए टैक्सेशन सिस्टम में अब केवल दो जीएसटी स्लैब्स मौजूद हैं- पहला 5% और दूसरा 18% पर, साथ ही लग्जरी आइटम्स पर यह दर 40 फीसदी है.
नई जीएसटी दरें लागू होने के बाद से ही ऐसा कहा जा रहा है कि इसका असर यात्रा पर भी पड़ेगा. अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या जीएसटी की बदली दरों का असर ट्रेन के टिकट पर भी देखने को मिलेगा?
ट्रेन के टिकटों पर कितना जीएसटी?
त्योहारों के दौरान ट्रेन से ट्रैवल करने वाले लोगों को इस बात को लेकर टेंशन है कि क्या जीएसटी दरों में हुए बदलाव के बाद अब ट्रेन का सफर भी महंगा हो जाएगा? इस सवाल का जवाब है नहीं. दरअसल, जीएसटी की नई दरों के मुताबिक ट्रेन के टिकट की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है और कीमतें अब भी उतनी ही हैं, जो कि रेल से सफर करने वालों के लिए एक बड़ी राहत की बात है. ऐसे में अब हवाई यात्रा के बजाय ट्रेन से सफर करना आपको सस्ता पड़ेगा, जिसके चलते ट्रेन में पहले के मुकाबले और अधिक भीड़ देखने को मिल सकती है.
क्या ट्रेन के टिकट हुए सस्ते?
ट्रेन के सफर के लिए लिया जाने वाले टिकट की कीमत उसकी क्लास के हिसाब से तय होती है. ऐसे में जीएसटी की नई दरें लागू होने के बाद इनमें किसी तरह की कोई कटौती देखने को नहीं मिली है और कामतें ज्यों की त्यों ही हैं. आपको बता दें कि जीएसटी की पुरानी दरों के अनुसार, सिर्फ एसी और फर्स्ट क्लास पर ही जीएसटी लगता था, जिसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है. स्लीपर क्लास : कोई GST नहीं लगता था (ऑनलाइन टिकट बुकिंग पर आईआरसीटीसी GST यानि कॉन्वेनिएंस शुल्क लेता था)सेकंड क्लास : कोई GST नहीं लगता थाएसी क्लास : एसी क्लास के टिकटों पर GST की दर 5% थी, जिसे बदला नहीं गया है. फर्स्ट क्लास और एग्जीक्यूटिव क्लास : फर्स्ट क्लास और एग्जीक्यूटिव क्लास के टिकटों पर भी 5% GST लागू होता था.
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