देश का यूथ अब एंटरटेनमेंट देखने के पुराने तरीके से बहुत आगे बढ़ चुका है. पहले लोग सिर्फ अपनी भाषा में आने वाले वीडियो या शोज देखते थे, लेकिन अब यह ट्रेंड पूरी तरह बदल गया है. 2025 के यूट्यूब आंकड़ों के अनुसार, भारत में जेन जी को अब दूसरे देशों और राज्यों की भाषा का कंटेंट पहले से कहीं ज्यादा पसंद आ रहा है. खास बात यह है कि न सिर्फ विदेशी वीडियो बल्कि भारतीय फिल्में, वेब सीरीज और यूट्यूब क्रिएटर का कंटेंट भी लोग अपनी पसंदीदा भाषा में देखना चाहते हैं. यही वजह है कि देश में डब्ड कंटेंट देखने वालों की संख्या रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच चुकी है.
डब कंटेंट की ट्रेडिंग का असली कारण
यूट्यूब की रिपोर्ट के अनुसार, 77 प्रतिशत युवा अब ऐसा कंटेंट देखते हैं जो किसी और भाषा से डब या ट्रांसलेट किया गया होता है. यह सिर्फ एक ऑडियंस इंटरेस्ट नहीं बल्कि एक बड़ा बदलाव है. जिसने एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की रणनीति तक बदल दी है. चाहे MrBeast की मल्टी लैंग्वेज वीडियो हो या भारतीय फिल्मों का एक साथ चार भाषाओं में ट्रेलर रिलीज होना हो, हर जगह डब्ड कंटेंट की मांग बढ़ती जा रही है. रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय ऑडियंस के अपने पसंदीदा भाषा में कंटेंट देखने की वजह से कई बड़े क्रिएटर और फिल्म स्टूडियो शुरुआत से ही मल्टी लैंग्वेज रिलीज को प्राथमिकता भी दे रहे हैं.
भारतीय एंटरटेनमेंट में भी बढ़ी मल्टी लैंग्वेज रिलीज
इस ट्रेंड का असर सीधे तौर पर भारतीय एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में भी दिखाई दे रहा है. जिसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि फिल्म कुली का ट्रेलर एक ही दिन हिंदी, तमिल, कन्नड़ और तेलुगु में लॉन्च हुआ. वहीं यूट्यूब पर आशीष चंचलानी ने अपनी नई हॉरर सीरीज को पांच भाषाओं में डब करके रिलीज किया था. जिससे वह ज्यादा दर्शकों तक पहुंचे. जिसका मतलब है कि डब्ड कंटेंट अब सिर्फ ऑप्शन नहीं बल्कि ऑडियंस की मांग बन चुका है. इसके अलावा रिपोर्ट के अनुसार भाषा पर निर्भर न रहने वाले क्रिएटर की लोकप्रियता भी तेजी से बढ़ी है.
क्रिएटर अब सिर्फ क्रिएटर नहीं एंटरप्रेन्योर भी
यूट्यूब के अनुसार 76 प्रतिशत जेन जी ऑडियंस प्लेटफार्म पर यह जानने आती है कि देश दुनिया में क्या चल रहा है. 2025 में एक बड़ा बदलाव यह भी आया है कि क्रिएटर अब अपने चैनल को कैमरे से ज्यादा एक बिजनेस की तरह चलाने लगे हैं. वहीं यूट्यूब के ऑटो डबिंग, एडिट विद एआई और इंस्पिरेशन टैब जैसे नए एआई टूल्स ने भी क्रिएटर को मल्टी लैंग्वेज में कंटेंट बनाने में मदद की है.
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