FATF Grey List: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को एक और झटका लग सकता है. सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान को फिर से FATF की ग्रे लिस्ट में शामिल करने के लिए भारत की ओर से पहल की जा सकती है. इसके लिए भारत फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) से जल्द ही बात कर सकता है. अगर ऐसा हुआ तो पाकिस्तान को आर्थिक तौर पर बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा. दरअसल, FATF की ग्रे लिस्ट में शामिल होने वाले मुल्क को कड़ी वित्तीय निगरानी से गुजरना पड़ता है. इस दौरान यह देखा जाता है कि मुल्क को मिलने वाली वित्तीय मदद का प्रयोग मनी लॉन्ड्रिंग व आतंकवाद के लिए तो नहीं हो रहा.
पाकिस्तान को 2018 में FATF की ग्रे लिस्ट में शामिल किया गया था. कई प्रयासों के बाद पाकिस्तान 2022 में इस लिस्ट से बाहर आ सका था. ऐसे में एक बार फिर उसे ग्रे लिस्ट में शामिल किया जाता है तो यह भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत होगी. चलिए जानते हैं कि FATF क्या है? इसकी ग्रे लिस्ट में शामिल होने से क्या नुकसान होता है और कौन-कौन से देश मौजूदा समय में ग्रे लिस्ट में शामिल हैं.
क्या है FATF की ग्रे लिस्ट
फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स दो तरह की लिस्ट जारी करता है. इसमें एक है ग्रे लिस्ट और दूसरी ब्लैक लिस्ट. इन लिस्ट में शामिल होने वाले देश को बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है. ब्लैक लिस्ट में वे देश शामिल होते हैं, जो FATF के नियमों का पालन नहीं करते और मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद के वित्तपोषण में लगे रहते हैं. वहीं ग्रे लिस्ट में उन देशों को शामिल किया जाता है, जिन देशों में मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादी फंडिंग रोकने में कुछ कमियां हैं, लेकिन वह इससे बाहर निकलने के लिए एफएटीएफ के साथ सहयोग करने को तैयार हैं. इस लिस्ट में शामिल होने से देश में निवेश कम हो जाता है. कई बड़े निवेशक अपना निवेश हटा लेते हैं, इसके अलावा देश को मिलने वाली वित्तीय मदद भी कम हो जाती है. फंडिंग का उपयोग कैसे किया जा रहा है, सरकार उन्हें किन कामों में ले रहे हैं, इसकी निगरानी बढ़ जाती है. इसके अलावा ग्रे लिस्ट में शामिल देश पर कई प्रतिबंध भी लगाए जाते हैं, जिससे उसकी साख को भी नुकसान पहुंचता है.
ग्रे लिस्ट में शामिल हैं ये देश
अल्जीरिया, अंगोला, बुल्गारिया, बुर्किना फासो, कैमरून, कोटे डी आइवर, क्रोएशिया, कांगो, हैती, केन्या, लाओ, पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक, लेबनान, माली, मोनाको, मोजाम्बिक, नामिबिया, नेपाल, नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण सूडान, सीरिया, तंजानिया, वेनेजुएला, वियतनाम, यमन
ब्लैक लिस्ट में शामिल हैं ये देश
डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया, ईरान, म्यांमार
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