Earthquake Thailand Myanmar India: भूकंप की वजह से म्यांमार, थाईलैंड और भारत की धरती भी कांप गई है. भूकंप का केंद्र म्यांमार का सागाइंग क्षेत्र बताया जा रहा है, जो कि धरती से करीब 10 किलोमीटर नीचे की ओर था. पहले भूकंप की तीव्रता 7.5 और दूसरे की 7 नापी गई है. वहीं थाईलैंड में तो ऐसी धरती कांपी है कि लोग डर से सहम गए हैं. सोशल मीडिया पर इसके वीडियो जमकर वायरल हो रहे हैं. किसी में बिल्डिंग जमींदोज होती नजर आ रही है, तो किसी में स्वीमिंग पूल का पानी समुद्र की लहरों की तरह हिल रहा है.
भारत में भी महसूस हुए झटके
थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने पड़ोसी देश म्यांमार में आए भूकंप की वजह से बैंकाक को इमरजेंसी जोन घोषित कर दिया है. यहां चटूचट पार्क में एक बिल्डिंग के गिरने से एक शख्स की मौत हो चुकी है, इसके अलावा अभी तक और किसी नुकसान की खबर नहीं आई है. बैंकॉक में एहतियात बरतते हुए ट्रेन को अस्थाई रूप से और इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दो घंटे के लिए बंद किया गया है. वहीं भारत में पूर्वोत्तर राज्यों असम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में झटके महसूस हुए हैं. यहां भी लोग अपने अपने घरों से बाहर आ गए थे.
क्या कई देशों में एक साथ भूकंप आ सकता है
ऐसे में एक सवाल यह उठता है कि क्या कई देशों में एक साथ भूकंप आ सकता है? इसका जवाब है, हां. कई देशों में एकसाथ भूकंप आ सकता है, खासकर यदि वे भूगर्भीय रूप से सक्रिय क्षेत्रों में स्थित हों. अगर भूकंप का केंद्र एक ही है तो यह उसकी तीव्रता पर निर्भर करता है कि झटके कहां तक महसूस होंगे. वहीं किसी एक जगह पर भूकंप का आना और अलग-अलग जगहों पर उसके झटके महसूस होना दो अलग चीजें हैं.
किन क्षेत्रों में ज्यादा आ सकता है भूकंप
दुनिया में कुछ क्षेत्र भूकंपीय रूप से अधिक सक्रिय होते हैं, जैसे कि प्रशांत महासागर का रिंक ऑफ फायर. इन क्षेत्रों में भूकंप आने की संभावना अधिक होती है, और वे कई देशों को प्रभावित कर सकते हैं. हाल ही में म्यांमार में आए भूकंप के झटके भारत, थाईलैंड और बांग्लादेश में भी महसूस किए गए. 7 जनवरी 2025 को, तिब्बत के शिगात्से शहर के पास, टिंगरी काउंटी में 7.1 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके झटके भारत और नेपाल में भी महसूस किए गए थे.