Earthquake Detection: दो दिन पहले पश्चिमी नेपाल में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे कि लोगों में हलचल मच गई. भूकंप की तीव्रता 5.2 नापी गई थी. पहला झटका राच 8.07 मिनट पर महसूस किया गया और दूसरा झटका कुछ ही मिनट के बाद रात 8.10 मिनट पर आया. दूसरे झटके की तीव्रता 5.5 बताई गई. इन दोनों का सेंटर पानीक क्षेत्र के जाजरकोट में था. नेपाल के साथ-साथ झटके उत्तर भारत में भी महसूस किए गए हैं. लखनऊ, लद्दाख, पिथौरागढ़ और उत्तराखंड में भूकंप से दहशत का माहौल हो गया. 

म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप की तबाही

हालांकि सभी जगह भूकंप की वजह से हताहत होने की कोई जानकारी सामने नहीं आई है. अभी कुछ ही दिन पहले म्यांमार और थाईलैंड में भी तगड़े झटके महसूस किए गए थे. यहां पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और मरने वालों का आंकड़ा 2000 से भी ज्यादा है. लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि दुनिया में कुछ देश ऐसे भी हैं, जहां पर भूकंप आने से पहले ही इसका पता चल जाता है. चलिए जानें कि वो कौन से देश हैं. 

कहां भूकंप आने से पहले ही चल जाता है पता

जापान और केलिफोर्निया दो ऐसी जगहें हैं, जहां पर भूकंप आने से 60 सेकेंड पहले पता चल जाता है और लोग एलर्ट मोड पर आ जाते हैं. दरअसल इन जगहों पर सेंसर और अलार्म सिस्टम है, जिसकी वजह से यहां 60 सेकेंड पहले ही इसका अलर्ट जारी कर दिया जाता है. यह सिस्टम भूकंप के सेंटर से निकलने वाली पी-वेव्स का पता लगाकर काम करती है, जो कि एस वेव्स के पहले ही पहुंच जाती हैं. पी-वेव्स के आधार पर ही यह सिस्टम भूकंप के झटकों की तीव्रता और नुकसान का पहले से ही अनुमान लगाकर लोगों को एलर्ट करता है. 

जापान में आ सकता है तगड़ा भूकंप

जापान और केलिफोर्निया ये दोनों ऐसी जगहें हैं जो कि सक्रिय भूकंप क्षेत्रों में स्थित हैं. यहां पर अक्सर तेज झटकों वाले भूकंप आते रहते हैं. यही वजह है कि लोगों को आगाह करने के लिए ऐसा सिस्टम बनाया गया है. हाल ही में जापान की सरकार ने एक चेतावनी जारी कर कहा है कि प्रशांत महासागर के तट के पास तेज भूकंप आ सकता है. उन्होंने कहा है कि यह भूकंप इतना तेज को सकता है कि सुनामी भी आ सकती है. इस तबाही में करीब तीन लाख लोगों की जान जा सकती है. ऐसे में यह अलार्म लोगों को थोड़ा सुरक्षित करने का काम करता है.

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