SPG and Z Plus Security: दुनिया के हर देश में वीआईपी हस्तियों को विशेष सुरक्षा प्रोटोकॉल मुहैया कराया जाता है. यह सुरक्षा प्रोटोकॉल किस तरह का होगा, यह संबंधित व्यक्ति (VIP) की संवेदनशीलता के आधार पर तय किया जाता है. इस तरह की व्यवस्था भारत में भी है और राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्रियों, बड़ी राजनीतिक शख्सियतों के साथ राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी सुरक्षा प्रोटोकॉल दिया जाता है. 

देश का गृह मंत्रालय समय-समय पर VIPs की सुरक्षा का आंकलन करता है और उन्हें संभावित खतरों से बचाने के लिए विशेष सुरक्षा घेरा और प्रोटोकॉल मुहैया कराता है. हालांकि, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की सुरक्षा हमेशा अहम होती है, इसलिए इनके लिए अलग से सिक्योरिटी का इंतजाम किया जाता है. आपने SPG सुरक्षा घेरे और जेड प्लस जैसी सुरक्षा के बारे में तो सुना ही होगा, क्या आप इनके बीच का अंतर जानते हैं? यह सुरक्षा किन लोगों को दी जाती है? आइए जानते हैं. 

एसपीजी सिक्योरिटी

भारत में एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) सबसे एलीट सिक्योरिटी है. एसपीजी सिक्योरिटी कवर भारत के प्रधानमंत्री को दिया जाता है. इस कमांडो फोर्स का मुख्य काम देश के प्रधानमंत्री और उनके परिवार की रक्षा करना है. एसपीजी सुरक्षा घेरे में तैनात हर कमांडो विशेष तौर पर प्रशिक्षित होता है और हर तरह के हथियार चलाने में भी सक्षम होता है. इस एलीट फोर्स का आदर्श वाक्य 'शौर्यम समर्पणम सुरक्षाम' है. साल 2020 में सरकार ने लोकसभा में इसके बारे में जानकारी दी थी, इसमें कहा गया था कि एसपीजी सुरक्षा देश में केवल एक ही व्यक्ति को मिली हुई है. उस व्यक्ति का नाम नहीं बताया गया था, हालांकि जाहिर है कि वह व्यक्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही हैं. 

जेड प्लस सिक्योरिटी

एसपीजी सुरक्षा कवर के बाद देश का सबसे एडवांस सिक्योरिटी कवर जेड प्लस सिक्योरिटी है. देश में जेड प्लस सिक्योरिटी केवल उन हस्तियों को दी जाती है, जिनकी सुरक्षा को सबसे ज्यादा खतरा होता है. सरकारी सूत्रों के मुताबिक, देश में इस समय सिर्फ 9 वीआईपी ऐसे हैं, जिन्हें जेड प्लस सिक्योरिटी मिली हुई है. इसमें लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, लालकृष्ण आडवाणी, बसपा सुप्रीमो मायावती जैसे नाम शामिल हैं. जेड प्लस सिक्योरिटी में सीआरपीएफ के ट्रेंड जवानों के साथ पुलिस के जवानों का घेरा होता है. जेड प्लस सिक्योरिटी मे पहले NSG के ब्लैक कैट कमांडो की तैनाती होती थी, लेकिन सरकार ने अब इन्हें हटाकर CRPF के ट्रेंड जवानों को इस सुरक्षा घेरे में तैनात किया है. 

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