वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई. मंगलवार (14 अक्टूबर) को एक श्रद्धालु अपने चश्मे में खुफिया कैमरा लगाकर मंदिर के अंदर पहुंच गया. पुलिस ने समय रहते उसे पकड़ लिया और पूछताछ के बाद चेतावनी देकर छोड़ दिया.
जानकारी के अनुसार सिकंदराबाद के रहने वाले बेनडापुडी प्रधुवी राजू अपने परिवार के साथ दर्शन के लिए वाराणसी आए थे. सुबह करीब 9 बजे उसने सुगम दर्शन का टिकट लेकर मंदिर में प्रवेश किया. दर्शन के बाद वह मंदिर परिसर में अपनी मां और परिवार की तस्वीरें लेने लगे. पुलिसकर्मियों को उनकी हरकतों पर शक हुआ तो पूछताछ की गई. जांच में पता चला कि उनके रे-बैन के चश्मे में हिडन कैमरा लगा हुआ है, जिससे वह मंदिर परिसर की तस्वीरें खींच रहे थे.
इसके बाद श्रद्धालु को तत्काल चौक थाना ले जाया गया और उसके फोन की जांच की गई, जिसमें मंदिर के अंदर ली गई तीन तस्वीरें मिली. वहीं जांच में कोई संदिग्ध गतिविधि न मिलने पर एक घंटे बाद श्रद्धालु को छोड़ दिया गया. हालांकि कैमरे वाला चश्मा मंदिर में पहनने को लेकर श्रद्धालु ने बताया कि वह चश्मा गलती से मंदिर में पहन कर आ गया था. ऐसे में चलिए अब आपको बताते हैं कि काशी विश्वनाथ मंदिर में क्या-क्या ले जाने पर रोक है. मंदिर में लागू है सख्त सुरक्षा नियम
काशी विश्वनाथ मंदिर में हुई इस घटना के बाद मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में पहले से ही मोबाइल फोन, कैमरा, जूते, बेल्ट, सिगरेट और लाइटर जैसी चीजें ले जाना प्रतिबंधित है. मंदिर में प्रवेश से पहले ही पुलिस कई चेक पॉइंट्स पर श्रद्धालुओं की जांच करती है. जांच के दौरान फोन और बेल्ट जैसी चीजें पहले ही बाहर रखवा दी जाती है. काशी विश्वनाथ मंदिर में प्लास्टिक पर भी बैन
काशी विश्वनाथ मंदिर में मंदिर प्रशासन ने कुछ समय पहले एक बड़ा कदम उठाया था. दरअसल मंदिर प्रशासन ने काशी विश्वनाथ धाम को प्लास्टिक फ्री जोन घोषित किया था. जिसका मतलब था कि श्रद्धालु मंदिर में पॉलिथीन, प्लास्टिक बैग, बोतल, या प्लास्टिक के लोटे लेकर नहीं जा सकेंगे. इसकी जगह पर श्रद्धालुओं को कागज, बांस या धातु से बनी चीजों का उपयोग करने की सलाह दी गई है. मंदिर ट्रस्ट के अनुसार यह कदम पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखकर उठाया गया था. मंदिर में सुरक्षा पर जोर
काशी विश्वनाथ धाम मंदिर के अधिकारियों ने पहले भी श्रद्धालुओं से कई बार अपील की कि वे दर्शन के दौरान सभी नियमों का पालन करें और किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक या प्लास्टिक सामान मंदिर में लेकर न जाएं. इसे लेकर प्रशासन ने साफ कहा है कि अगर कोई व्यक्ति नियमों का उल्लंघन करता हुआ पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. श्रद्धालुओं से यह भी अपील की गई है कि वे मंदिर की गरिमा बनाए रखें और किसी भी संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति की जानकारी तुरंत पुलिस को दें.