आज की डिजिटल दुनिया में सोशल मीडिया बच्चों और युवाओं की लाइफ का जरूरी हिस्सा बन चुका है. फेसबुक, इंस्टाग्राम, टिकटॉक और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म अब सिर्फ मनोरंजन के साधन नहीं रहे, बल्कि बच्चों की सोच, इमोशन और व्यवहार पर गहरा असर डाल रहे हैं. लेकिन इस सुविधा के साथ खतरे भी बढ़े हैं. जैसे साइबर बुलिंग, स्क्रीन की लत, मेंटल हेल्थ की दिक्कतें और बच्चों की प्राइवेसी का खतरा. यही वजह है कि दुनिया के कई देश अब बच्चों के सोशल मीडिया यूज पर रोक लगाने या उसे कंट्रोल करने की दिशा में सख्त कदम उठा रहे हैं.
हाल ही में डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन ने 8 अक्टूबर 2025 को संसद में कहा कि उनका देश 15 साल से कम उम्र के बच्चों को सोशल मीडिया से दूर रखने की योजना बना रहा है. उन्होंने कहा, हमने एक राक्षस को जन्म दिया है, फोन हमारे बच्चों का बचपन छीन रहे हैं. हालांकि डेनमार्क पहले ही स्कूलों में मोबाइल फोन पर बैन लगा चुका है और अब सोशल मीडिया पर भी बच्चों के लिए सख्त प्रतिबंध की योजना बना रहा है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि किन देशों में बच्चे सोशल मीडिया नहीं चला सकते हैं.
किन देशों में बच्चे सोशल मीडिया नहीं चला सकते?
1. ऑस्ट्रेलिया: ऑस्ट्रेलिया ने 16 साल से कम उम्र के बच्चों के सोशल मीडिया यूज पर कानूनी रूप से प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. प्रस्तावित कानून के तहत, अगर सोशल मीडिया कंपनियां 16 साल से छोटे बच्चों को अपने प्लेटफॉर्म का यूज करने देती हैं, तो उन पर 50 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर तक का जुर्माना लगाया जा सकता है. यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि सोशल मीडिया की लत बच्चों के मेटल हेल्थ को बर्बाद कर रही है. हालांकि इस कानून को लागू करना चुनौतीपूर्ण होगा, लेकिन ऑस्ट्रेलिया इस दिशा में कड़ा रुख अपनाने वाला पहला देश बन गया है.
2. फ्रांस: फ्रांस में 2023 से ही यह नियम लागू है कि 15 साल से कम उम्र के बच्चे सोशल मीडिया का यूज तभी कर सकते हैं जब पेरेंट्स की इजाजत हो. कंपनियों को बच्चों की उम्र की पुष्टि करनी पड़ती है और बिना सहमति के कोई अकाउंट नहीं बनाया जा सकता है. 2025 में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि देश में बच्चों के जरिए सोशल मीडिया को रोकने के लिए और कड़े कानून लाए जाएंगे.
3. स्पेन: स्पेन सरकार ने 2024 में प्रस्तावित एक कानून के तहत यह तय किया कि अब बच्चों को 14 के जगह 16 साल की उम्र तक पहुंचने के बाद ही सोशल मीडिया यूज करने की इजाजत होगी. इसके अलावा, स्पेन ने लूट बॉक्स वाले ऑनलाइन गेम्स और डीपफेक कंटेंट पर भी सख्त कानून की योजना बनाई है.
4. नॉर्वे: नॉर्वे में पहले सोशल मीडिया के लिए न्यूनतम उम्र 13 साल थी, लेकिन अब इसे 15 साल करने की योजना बनाई जा रही है. नॉर्वेजियन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 10 साल की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते ज्यादातर बच्चे सोशल मीडिया यूज करने लगते हैं. इस कारण सरकार चिंता में है कि इतने कम उम्र में बच्चे वर्चुअल दुनिया के गुलाम बनते जा रहे हैं.
5. जर्मनी और इटली: जर्मनी में 16 साल से कम उम्र के बच्चों को सोशल मीडिया का यूज करने के लिए पेरेंट्स की सहमति लेनी होती है. यह नियम बच्चों को ऑनलाइन धोखाधड़ी और बुरे प्रभाव से बचाने के लिए बनाया गया है. वहीं इटली में 14 साल से कम बच्चों के लिए पेरेंट्स की अनुमति जरूरी है.
6. चीन: चीन में सोशल मीडिया और इंटरनेट पर सबसे सख्त नियंत्रण है. यहां 18 साल से कम उम्र के बच्चों को सिर्फ हफ्ते में 3 घंटे तक ऑनलाइन गेम खेलने की इजाजत है. साथ ही सोशल मीडिया और कंटेंट पर कड़ी निगरानी होती है. सरकार बच्चों को अनुशासित और देशभक्त नागरिक बनाने के लिए डिजिटल जीवन भी नियंत्रित करती है.
अन्य देश जहां सोशल मीडिया या इंटरनेट पर कंट्रोल
1. नेपाल: 2025 में नेपाल ने फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम जैसे 26 प्लेटफॉर्म्स को कुछ समय के लिए बैन कर दिया था क्योंकि कंपनियां सरकारी रजिस्ट्रेशन नहीं करा रही थीं. इस फैसले के बाद विरोध प्रदर्शन, ऑनलाइन प्रतिक्रिया और यहां तक कि सड़कों पर हिंसा भी भड़क उठी. यह प्रतिबंध अल्पकालिक था और कुछ ही दिनों में हटा लिया गया.
2. ईरान और तुर्कमेनिस्तान: इन देशों में कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स या तो प्रतिबंधित हैं या उन पर कड़ी निगरानी रखी जाती है.
3. म्यांमार और उत्तर कोरिया: यहां इंटरनेट और सोशल मीडिया पर लगभग पूर्ण प्रतिबंध है और सरकारी नियंत्रण वाले प्लेटफॉर्म ही उपलब्ध हैं.
4. रूस और तुर्की: ये देश खास परिस्थितियों में सोशल मीडिया पर बैन लगाते हैं, जैसे राजनीतिक विरोध या अशांति के समय.