Delhi Places Dangerous For Earthquake: दिल्ली में अक्सर ही भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं. जब कभी भी आसपास के क्षेत्रों में भूकंप आता है तो दिल्ली की धरती जरूर डोलती है. कंपन महसूस होते ही लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आते हैं. ऐसे में आपके दिमाग में यह ख्याल जरूर आता होता कि आखिर दिल्ली में बार-बार झटके महसूस क्यों होते हैं. आखिर दिल्ली किस सिस्मिक जोन में आती है और यहां पर भूपंक आने पर सबसे खतरनाक जगहें कौन सी हैं.
क्या है सिस्मिक जोन
जिन क्षेत्रों में भूकंप आने की सबसे ज्यादा संभावना रहती है, उसे सिस्मिक जोन कहा जाता है. दुनिया भर में कई जगहों को सिस्मिक जोन में बांटा गया है. देश में दो से लेकर पांच तक सिस्मिक जोन हैं. जिस जोन में भूकंप का खतरा सबसे ज्यादा होता है, उसे पांच नंबर जोन पर रखा गया है. ये वो क्षेत्र होते हैं, जहां पर 8 से 9 तीव्रता का भूकंप आने की बड़ी संभावना होती है. भूकंप के खतरे के लिहाज से दिल्ली को तीन जोनों में बांटा जा चुका है. चलिए आपको दिल्ली के वो क्षेत्र बताते हैं जो कि तेज भूकंप आने पर खतरनाक हो सकते हैं.
दिल्ली का कौन सा इलाका सबसे खतरे वाले जोन में
रिपोर्ट की मानें तो यमुना नदी के किनारे के ज्यादातर हिस्से जैसे कि उत्तरी दिल्ली का कुछ हिस्सा और दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली का थोड़ा हिस्सा सबसे ज्यादा खतरनाक जोन में हैं. भूकंप के लिहाज से दिल्ली यूनिवर्सिटी का नॉर्थ कैंपस, गीता कॉलोनी, वजीराबाद, जहांगीरपुरी, रोहिणी, सरिता विहार, शकरपुर, रिठाला, पश्चिम विहार, जनकपुरी, बवाना, करोल बाग सबसे खतरे वाली जगहों में शामिल हैं. इसके अलावा भूकंप के लिहाज से IGI एयरपोर्ट, नजफगढ़, बुराड़ी, लुटियंस जोन ये भी हाई रिस्क वाला इलाका है, लेकिन यहां पर उतना खतरा नहीं है.
ये हैं दिल्ली के सबसे सुरक्षित इलाके
दिल्ली लुटियंस वीवीआईपी एरिया है. यहां पर सांसद और मंत्रियों के आवास हैं. इसके बाद जेएनयू, छतरपुर, एम्स, नारायणा सबसे सुरक्षित इलाकों में माने गए हैं. हौज खास तो सबसे कम खतरे वाली जगहों में शामिल है.
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