नदियों का अपना एक महत्व होता है और इसके किनारे बड़े बड़े शहर बसे होते हैं. लोग पीने के पानी से लेकर रोजगार के लिए नदियों के ऊपर निर्भर रहते हैं. भारत में नदियों को लेकर एक अलग ही लगाव है लोग यहां नदियों की पूजा करते हैं हर साल कोई न कोई पर्व नदियों के किनारे मनाया जाता है. चलिए, आपको बताते हैं कि दुनिया की सबसे गहरी नदियां कौन सी हैं और किन किन देशों में ये नदियां बहती हैं.

कांगो नदीअफ्रीका में बहने वाली इस नदी को पहले जाइरे नदी के नाम से जाना जाता था. यह अफ्रीकन रीजन में बहने वाली दूसरी सबसे लंबी नदी है नील नदी की लंबाई इससे ज्यादा है. यह नदी दुनिया की सबसे गहरी नदी है. इसकी गहराई 220 मीटर तक है जो इसे काफी खतरनाक बनाती है कांगो नदी की कुल लंबाई  4,700 किमी है और इसकी खासियत यह है कि इसके पानी की धारा बेहद तेज होती है, जिससे यह हाइड्रोपावर के लिए उपयुक्त है.

यांग्त्जी नदी चीन में बहने वाली यह नदी चीन की जीवन रेखा कही जाती है. यह दुनिया की सबसे व्यस्त नदी है और दूसरी सबसे गहरी नदी भी है इसके अलावा यह चीन की सबसे  लंबी नदी है. इसकी गहराई लगभग 200 मीटर है. 

डैन्यूब नदीयूरोप में बहने वाली यह नदी जर्मनी, ऑस्ट्रिया, हंगरी और रोमानिया जैसे देशों के लिए काफी महत्वपूर्ण है. इसकी गहराई लगभग  178 मीटर है. वोल्गा के बाद  डैन्यूब नदी यूरोप की दूसरी सबसे लंबी नदी है. यह नाटो और यूरोपीय संघ के कई देशों के लिए व्यापारिक जलमार्ग है.

जेम्बेजी नदीअफ्रीका की प्रमुख नदियों में से एक है जेम्बेजी नदी यह 6 देशों से होकर गुजरती है जिसमें जाम्बिया, अंगोला, नामीबिया, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे और मोजाम्बिक शामिल हैं. इसकी गहराई लगभग 116 मीटर है. हालांकि अलग अलग जगह इसकी गहराई अलग अलग बताई गई है. इसका एक वॉटर फॉल है, जिसे विक्टोरिया फॉल्स कहा जाता है. यह दुनिया का सबसे विशाल जलप्रपात है.

​ब्रह्मपुत्र नदीइस लिस्ट में अगला नाम भारत की सबसे गहरी नदी ब्रह्मपुत्र का नाम है. इसकी गहराई गहराई 124 फीट है और अधिकम गहराई 115 मीटर तक है. मानसून में यह नदी बाढ़ का कारण बनती है, लेकिन साथ ही बेहद उपजाऊ मिट्टी भी लाती है. 

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