Dream Language of Deaf And Dumb People: बातचीत और संवाद करना मनुष्य का स्वभाव है. बिना बातचीत किए इंसान रह ही नहीं सकता है. जो लोग हमारे पास नहीं हैं, हम उनसे मोबाइल या इंटरनेट के जरिए बातचीत करते हैं. लेकिन जो लोग बोल और सुन नहीं सकते यानि गूंगे-बहरे लोग वो भी साइन लैंग्वेंज में अपनी बात करने रखने की कोशिश करते हैं. लेकिन क्या आपको ये पता है कि ये गूंगे बहरे लोग सपने में किस भाषा में बात करते हैं. आइए आज आपको इसके बारे में बताते हैं. 

शब्द छूकर पहचानते हैं गूंगे बहरे लोग

अगर कोई व्यक्ति जन्म से गूंगा और बहरा है तो उसका दिमाग भाषाओं को समझने की क्षमता रखता है. जैसे कि छोटा बच्चा जब तक बोलना और समझना नहीं जान जाता है वो अलग तरीके से अपनी भावनाएं व्यक्त करता है. जब तक हमें पढ़ना नहीं आता है, तब तक हम चित्र के जरिए समझने की कोशिश करते हैं और चित्रों को किसी भाषा की जरूरत नहीं होती. ठीक उसी तरीके से गूंगे बहरे लोगों की साइन लैंग्वेज होती है, वो इशारों की भाषा में और उभरे हुए शब्दों को छूकर उनको पढ़ने और समझने की कोशिश करते हैं. 

सपने में इस भाषा में करते हैं बात

गूंगे-बहरे लोग जागते हुए तो साइन लैंग्वेज और इशारों की भाषा में बात कर लेते हैं, लेकिन कभी आपने ये सोचा है कि जब ये लोग सोते हैं और सपना देखते हैं तो किस भाषा में बात करते हैं. दरअसल उस वक्त भी गूंगे बहरे लोग सांकेतिक भाषा में ही बात करते हैं. ऐसे लोग भाषाएं सीख सकते हैं और समझ सकते हैं, लेकिन वो बोल नहीं सकते. सपने में भी वो तस्वीरें देखते हैं, जिसमें उनकी भावनाएं होती हैं और साइन लैंग्वेज के जरिए ही वो अपनी भावनाओं को शब्दों में पिरोते हैं.