दुनियाभर के देश अंतरिक्ष पर स्पेस स्टेशन बनाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. आए दिन इसको लेकर नए-नए प्रयोग हो रहे हैं. उधर, चीन इससे भी एक कदम आगे निकल गया है. चीन का प्लान अंतरिक्ष में सोलर पावर स्टेशन बनाने का है, जहां से सौर ऊर्जा को स्टोर करके सीधे पृथ्वी पर ट्रांसफर किया जा सकेगा.

यह हम सभी जानते हैं कि धरती पर मौजूद सीमित ऊर्जा भंडार का सबसे बेहतर विकल्प सौर ऊर्जा ही है. इसलिए सोलर एनर्जी पर फोकस भी किया जा रहा है. सौर ऊर्जा जमा करने के लिए आमतौर पर हम छतों या खेतों में लंबे-चौड़े सोलर पैनल लगाते हैं. क्या आपने कभी सोचा है कि अंतरिक्ष में ही ऐसा बैंक हो, जहां सोलर एनर्जी इकट्ठा हो और जरूरत पड़ने पर सीधे पृथ्वी पर ट्रांसफर कर दी जाए. 

चीन के पास है धांसू प्लान

चीन ने पृथ्वी से 36000 किलोमीटर ऊपर सोलर पावर स्टेशन बनाने की योजना तैयार की है. यहां जमा होने वाली सौर ऊर्जा को धरती पर भेजा जाएगा. इस सोलर पावर स्टेशन को बनाने के लिए हैवी रॉकेट का इंतजाम किया गया है, जो धरती से वजनी सामान ले जाने में मदद करेंगे. इसी सामान से चीन सोलर स्टेशन बनाने का काम शुरू करेगा. 

एक साल की पूर्जी एनर्जी देगा यह स्टेशन

इस स्टेशन को अंतरिक्ष में करीब एक किलोमीटर के क्षेत्र में बनाया जाएगा, जो एक साल में इतनी सोलर एनर्जी इकट्ठा कर लेगा, जितना कि एक साल के अंदर पृथ्वी पर तेल निकाला जाता है. यानी चीन इस ऊर्जा भंडार का प्रयोग पृथ्वी पर मानवीय जरूरतों को पूरा करने के करेगा. इस स्टेशन को इतनी ऊंचाई पर स्थापित किया जाएगा, जहां से सौर ऊर्जा का हमेशा भंडारण होता रहे. 

क्यों पड़ी सोलर बैंक बनाने की जरूरत 

यह बात हम सभी जानते हैं कि सूर्य ऊर्जा का सबसे बड़ा भंडार है और पृथ्वी पर प्रयोग हो रही एनर्जी का एकमात्र विकल्प सौर ऊर्जा ही है. दरअसल, पृथ्वी पर प्राकृतिक ऊर्जा और तेल के भंडार सीमित ही हैं, जो तेजी से खत्म हो रहे हैं. इसलिए सौर ऊर्जा भविष्य की जरूरतों का पूरा कर सकती है. हालांकि सोलर पैनल के जरिए उतनी ऊर्जा का भंडारण मुमकिन नहीं है, जितनी कि हमें चाहिए. ऐसे में चीन सीधे स्पेस में ही एक ऐसा बैंक बनाने की तैयारी कर रहा है, जहां पर सोलर एनर्जी स्टोर हो सके और उसे पृथ्वी के कामों के लिए उपयोग में लाया जा सके. 

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