Chenab Rail Bridge: दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज का उद्घाटन हो चुका है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया. ये चिनाब ब्रिज कश्मीर के लोगों के लिए एक बड़ी सौगात की तरह है. पाकिस्तान की सीमा से कुछ ही किमी दूर बने इस ब्रिज से भारत को कई तरह से फायदा होगा, साथ ही कश्मीर के लोगों का व्यापार भी काफी ज्यादा बढ़ जाएगा. इससे ट्रेन सीधे कश्मीर तक पहुंचेगी और पिछले कई सालों का सपना आखिरकार पूरा होगा. इस ब्रिज को बनाने में पिछले कई सालों से तमाम इंजीनियर और अधिकारियों ने कई चुनौतियों का सामना किया, इनमें एक मुस्लिम अधिकारी भी शामिल था, जिसने अपनी जान दांव पर लगाकर ये सपना साकार करने का काम किया. 

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30 सालों की मेहनतदैनिक जागरण की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस अधिकारी का नाम निसार अहमद मीर है, जिन्होंने हर चुनौती का सामना करते हुए इस प्रोजेक्ट में अपन सब कुछ झोंक दिया और आज उन्हें इसके पूरे होने पर सबसे ज्यादा खुशी है. निसार अहमद इस प्रोजेक्ट से करीब 30 सालों से जुड़े हैं और उन्होंने लगातार इस पर काम किया. 

मारपीट का भी किया सामनासाल 1996 में रेलवे की परीक्षा पास करने के बाद निसार अहमद को इस रेलवे प्रोजेक्ट पर तैनात किया गया, यहां वो बतौर सेक्शन ऑफिसर काम करने लगे. देखते ही देखते इतने साल बीते और आखिरकार अब 2025 में जाकर ये प्रोजेक्ट बनकर तैयार हो चुका है. उनका काम रेलवे के लिए जमीन मुहैया करवाने का था, जिस पर वो जुट गए. हालांकि कश्मीर में उन्हें कई बार इसे लेकर विरोध का सामना करना पड़ा और यहां तक कि मारपीट तक झेलनी पड़ी. 

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आतंकियों से मिली धमकीकश्मीर रेलवे प्रोजेक्ट पर काम करने वाले निसार अहमद को लोकल लोगों के अलावा आतंकियों से भी धमकी मिली थी, जिसके बाद उनका पूरा परिवार डर गया. इन धमकियों को देखते हुए उन्होंने अपने परिवार को दूसरी जगह शिफ्ट कर लिया. आतंकियों ने मीर को धमकी दी थी कि अगर वो इस प्रोजेक्ट से पीछे नहीं हटे तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा. हालांकि इस सबके बावजूद उन्होंने अपना काम जारी रखा और आखिरकार वो इसमें सफल रहे. 

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