लंबे समय से देश में हो रहा जनगणना का इंतजार अब खत्म हो चुका है. बीते सोमवार को केंद्र सरकार ने देश में जनगणना को लेकर गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. इसके तहत जनगणना दो चरणों में कराई जाएगी. पहले फेज की जनगणना अक्टूबर, 2026 तक पूरी होगी. वहीं दूसरा चरण 1 मार्च, 2027 को पूरा होगा. इसके बाद जनगणना के आंकड़े जारी किए जाएंगे. इस बार की जनगणना में जातिगत जनगणना के भी आंकड़े जारी किए जाएंगे, जिससे यह पता चलेगा कि देश में किस समुदाय के कितने लोग रहते थे. ऐसे में चलिए जानते है कि भारत में मौजूदा समय में कितने हिंदू और कितने मुसलमान हैं और पहली बार इस हिजाब से जनगणना कब हुई थी?

हिंदू-मुसलमान की अलग से नहीं होती जनगणना

बता दें, भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष देश में हिंदू और मुस्लिम समुदाय की जनगणना अलग से नहीं की जाती. हर 10 साल में होने वाली जनगणना के बाद ही आंकड़े जारी किए जाते हैं, जिसमें भारत में रह रहे अलग-अलग धर्म के लोगों से संबंधित आंकड़े भी जारी किए जाते हैं. देश में आखिरी बार 2011 में जनगणना हुई थी. इसके अनुसार, देश की आबादी 121 करोड़ थी, जिसमें 96.63 करोड़ (79.8%) हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों की संख्या 17.22 करोड़ (14.2%) थी. 

पहली बार कब हुई थी ऐसी जनगणना

आजादी और देश के बंटवारे के बाद भारत में पहली जनगणना 1951 में हुई थी. इस जनगणना से पहले भारत बड़ी संख्या में रह रहे मुसलमान पाकिस्तान जा चुके थे, वहीं पाकिस्तान के लाखों हिंदू व सिख भारत आए थे. आजादी के बाद हुई इस जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, देश की आबादी करीब 36 करोड़ थी. इसमें हिंदुओं की आबादी 30.6 करोड़ तो वहीं मुस्लिम समुदाय के लोगों की आबादी 3.54 करोड़ थी. इसके बाद हर 10 साल में हुई जगनणना में हिंदू ओर मुसलमानों की आबादी में इजाफा हुआ. 2001 से 2011 के बीच 10 सालों में हिंदुओं की आबादी 16.8% तो मुस्लिम आबादी 24.6% फीसदी तेजी से बढ़ी थी. 

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