बांग्लादेश में बहुत जल्द आम चुनाव होने वाले हैं. देश की पार्टियां चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई हैं. पिछले साल दिसंबर में सरकार विरोधी प्रदर्शन के बाद आवामी लीग की प्रमुख शेख हसीना की सरकार गिर गई थी. इस वक्त मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में देश का कार्यभार अंतरिम सरकार संभाल रही है. 15 सालों में ऐसा पहली बार होगा जब बांग्लादेश में बिना शेख हसीना के चुनाव लड़ा जाएगा. वैसे तो शेख हसीना का पार्टी आवामी लीग इस बार चुनाव से दूर-दूर नजर आ रही है, लेकिन क्या शेख हसीना चाहें तो बांग्लादेश में जाकर चुनाव लड़ सकती हैं? इसको लेकर उनके देश के नियम क्या कहते हैं? 

तकरीबन चाह महीने पहले मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने बांग्लादेश में चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान किया था. उन्होंने टेलिविजन पर कहा कि चुनाव की तारीखें 2025 के अंत या फिर 2026 की पहली छमाही तक आ सकती हैं. ऐसे में क्या अभी भी शेख हसीना चुनाव लड़ सकती हैं.

क्या चुनाव लड़ सकती हैं शेख हसीना

बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से ही पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना अपनी जान बचाकर भात चली आई थीं. ऐसे में सवाल है कि क्या भारत में रहकर शेख हसीना चुनाव लड़ सकती हैं या फिर क्या उनकी पार्टी चुनाव लड़ेगी? जानकारी के लिए बता दें कि अगर बांग्लादेश में शेख हसीना की पार्टी को बैन नहीं किया गया तो वो बिल्कुल चुनाव लड़ सकती हैं. लेकिन उनकी पार्टी से शेख हसीना चुनाव लड़ सकेंगी या नहीं यह बता पाना अभी मुश्किल है. 

अगर बांग्लादेश चली जाएं शेख हसीना तो

दरअसल अंतरिम सरकार शेख हसीना को बांग्लादेश में छात्रों के प्रदर्शन और उनकी मौतों के लिए जिम्मेदार मानती है. ऐसी परिस्थिति में अगर शेख हसीना बांग्लादेश जाती हैं तो सबसे पहले तो उनके ऊपर कार्रवाई की जा सकती है और उनको जेल की सजा भी हो सकती है. 

क्यों बांग्लादेश छोड़कर भागी थीं शेख हसीना

बता दें कि बांग्लादेश में बीते साल जून जुलाई के महीने में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन हुए थे. इसके बाद वहां की प्रधानमंत्री को बहुत ही कम समय में बांग्लादेश छोड़ना पड़ा था. इस वक्त वहां पर मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार चल रही है. उनको देश में जल्द से जल्द चुनाव कराकर जीतने वाली पार्टी को सत्ता सौंपनी है.

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