Can Nuclear Bomb Defused: परमाणु बम आज के वक्त में सबसे बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है. अगर आज तीसरा विश्व युद्ध हुआ और किसी भी देश ने इस हथियार का इस्तेमाल किया तो ये बहुत ही ज्यादा विनाशकारी और घातक हो सकता है. क्योंकि बदलते वक्त के साथ टेक्निक्स बदल चुकी हैं और ये बम और ज्यादा पावरफुल हो चुका है. ऐसे में बढ़ती तकनीकों को देखते हुए ये कहना गलत नहीं होगा कि अगर आज के समय में युद्ध होता है और परमाणु बम का इस्तेमाल किया गया तो वैश्विक तबाही की संभावना बहुत ज्यादा होगी. लेकिन क्या कभी आपके मन में ये ख्याल आया है कि नॉर्मल बम की तरह परमाणु बम को डिफ्यूज किया जा सकता है या नहीं. अगर तीसरे विश्व युद्ध के दौरान इसका इस्तेमाल हुआ तो बचाव कैसे होगा. 

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किन देशों के पास हैं परमाणु हथियार

पिछले दो विश्व युद्धों के वक्त हथियार जितने ज्यादा ताकतवर से उनकी तुलना में आज के वक्त में परमाणु हथियार कहीं ज्यादा शक्तिशाली हो चुके हैं. अगर आज युद्ध शुरू होता है, तो कुछ ही घंटों में दुनिया के बड़े शहर पूरी तरह से तबाह हो सकते हैं. इस वक्त नौ देशों के पास परमाणु बम हैं, जिनमें अमेरिका, रूस, भारत, चीन, पाकिस्तान, इंग्लैंड फ्रांस, उत्तर कोरिया और इजराइल शामिल हैं. लेकिन सवाल फिर वही है कि क्या जरूरत पड़ने पर इन बमों को डिफ्यूज किया जा सकता है, चलिए आज हम आपको इसका भी जवाब देते हैं. 

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क्या डिफ्यूज हो सकता है परमाणु बम

जिस तरीके से किसी भी नॉर्मल बम को डिफ्यूज किया जाता है, उस तरह से परमाणु बम को डिफ्यूज नहीं किया जा सकता है. दरअसल ये न्यूक्लियर चेन पर निर्भर करता है, एक बार अगर ये शुरू हो जाती है, तो फिर इसे रोक पाना बहुत मुश्किल काम है. परमाणु बम परमाणु विखंडन के एक चेन रिएक्शन को ट्रिगर करके काम करते हैं, जहां परमाणु विभाजित होकर एनर्जी रिलीज करते हैं और ज्यादा न्यूट्रॉन्स रिलीज करते हैं. इसकी वजह से आगे विखंडन होता है. अगर एक बार परमाणु बम का चेन रिएक्शन शुरू हो जाता है तो इसे रोकने का कोई तरीका नहीं है. 

कैसे करें बचाव

एक अमेरिकी वेबसाइट में रेडिएशन एनर्जी के बचाव के कुछ उपाय दिए गए हैं. इसमें लिखा है कि अगर आपके पास परमाणु हमले की पहले से चेतावनी है तो कहीं ऐसी जगह छिपें जहां इससे बचाव हो सकता है. इसके लिए जमीन के अंदर 4-5 मीटर कंक्रीट वॉल के बंकर बनाकर इसके बाद लेड लाइनिंग लगाकर ब्लास्ट और रेडिएशन से बचा जा सकता है. हालांकि ये अस्थाई बचाव है. अगर उस एरिया से निकला जा सकता है तो निकल जाना बेहतर और आखिरी रास्ता है.