कुछ वक्त पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी रहे एलन मस्क अब पूरी तरह से उनके विरोधी हो चुके हैं. एलन मस्क ने अमेरिका में नई राजनीतिक पार्टी अमेरिका पार्टी की घोषणा की है. मस्क का कहना है कि यह नई पार्टी अमेरिका के दो-दलीय व्यवस्था के खिलाफ एक नया मंच होगा. यह पार्टी आम जनता को उनकी आजादी लौटाने के लिए बनाई गई है. मस्क का कहना है कि उनकी पार्टी आगामी मिडटर्म के चुनावों में सक्रिय भूमिका निभाएगी. साल 2024 में अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को जिताने में मस्क का अहम रोल था, लेकिन अब दोनों के रिश्तों में कड़वाहट आ चुकी है. खैर चलिए जान लेते हैं कि क्या अमेरिका में कोई भी चुनावी पार्टी बना सकता है?
अमेरिका में कैसे बनती है चुनावी पार्टी
अमेरिका में चुनावी पार्टी बनाना सुनने में जितना अच्छा लगता है, यह उतना आसान नहीं है. यह प्रक्रिया बहुत जटिल और लंबी होती है. अमेरिका में एलन मस्क के नई पार्टी बनाने के बाद एक बार फिर से सवाल उठने लगा है कि क्या कोई भी वहां पर पार्टी बना सकता है? अमेरिका में किसी को भी नई पार्टी बनाने से पहले उसका एक औपचारिक नाम तय करना होता है. इसके लिए एक घोषणापत्र और संगठनात्मक ढांचे की जरूरत होती है, जैसे कि पार्टी का अध्यक्ष कौन होगा, कोषाध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी कौन होंगे. यह ढांचा राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर काम करने के लिए बनाया जाता है.
कहां कराना होता है रजिस्ट्रेशन
भारत में निर्वाचन आयोग की तरह अमेरिका में भी फेडरल इलेक्शन कमीशन है. जैसे भारत में नई पार्टियों का रजिस्ट्रेशन फेडरल इलेक्शन कमीशन में कराना पड़ता है. इन पार्टियों को फेडरल इलेक्शन कमीशन में तब रजिस्ट्रेशन कराना होता है, जब वे संघीय चुनाव को लेकर धन जुटाते हैं, या फिर खर्च करते हैं.
जिस हिसाब से भारत में किसी भी पार्टी की पहुंच के हिसाब से उसे राष्ट्रीय या फिर क्षेत्रीय पार्टी का दर्जा दिया जाता है, उसी तरीके से अमेरिका में फेडरल इलेक्शन कमीशन यह देखता है कि वहां पर कोई भी पार्टी राष्ट्रीय या फिर प्रांतीय स्तर पर कैसे काम करत रही है व मानक को पूरे करती है या नहीं.
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