Budget Halwa Ceremony 2025: भारत में किसी भी काम की शुरुआत मीठे से होती है. अब बजट जैसी महत्वपूर्ण चीज हो तो हलवा खाना तो बनता ही है. दरअसल, बजट की छपाई से पहले हलवा सेरेमनी हमेशा से चर्चा में रही है. आजादी के बाद से ही इस अनूठी परंपरा को निभाया जाता रहा है. हलवा सेरेमनी इस बात का प्रतीक होती है कि बजट को अंतिम रूप दिया जा चुका है और अब इसे छापने का काम शुरू होगा. यह एक तरह के बजट बनाने में लगे कर्मचारियों का सम्मान और उनकी मेहतन की स्वीकार्यता को दर्शाता है. जानकारी के मुताबिक, हलवा सेरेमनी का आयोजन 24 फरवरी, 2025 यानी आज शाम 5 बजे नॉर्थ ब्लॉक में होगा.
वित्तमंत्री निर्मला सीतारण 1 फरवरी, 2025 को वित्तीय वर्ष 2025-26 का केंद्रीय बजट पेश करेंगी. बजट तैयार करने की लॉक-इन प्रक्रिया से पहले हलवा समारोह आयोजित करने की परंपरा रही है. इस दौरान वित्त मंत्रालय की रसोई में एक बड़ी कढ़ाई में हलवा बनाया जाता है, जिसे वित्तमंत्री खुद अपने हाथों से बजट तैयार करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को परोसती हैं.
क्या वाकई में बनता है हवला?
बजट सत्र से पहले हलवा सेरेनमी की कई तस्वीरें और वीडियो आपने देखी ही होंगी. एक बड़ी सी टेबल पर बड़ी कढ़ाई रखी होती, जिसमें हलवा होता है. इस दौरान वित्तमंत्री के साथ मंत्रालय के बड़े अधिकारी और कर्मचारी वहां मौजूद रहते हैं, जो हलवा खाने के बाद बजट की छपाई का काम शुरू करते हैं. बजट की छपाई शुरू होने से वित्तमंत्री के बजट भाषण तक ये अधिकारी व कर्मचारी मंत्रालय में ही रहते हैं. दरअसल, यह प्रक्रिया काफी गोपनीय होती है. यहां तक कि कर्मचारियों को अपने परिवार से भी संपर्क करने पर मनाही होती है.
किस चीज से तैयार होता है हलवा
बजट का हलवा किस चीज से तैयार होता है, इसकी कोई सटीक जानकारी तो नहीं है. हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स में बताया गया है कि बजट से पहले कर्मचारियों को आटे और सूजी का हलवा खिलाया जाता है. यह हलवा ड्राईफ्रूट्स व देशी घी के साथ तैयार होता है. हलवा बनाने की प्रक्रिया का नेतृत्व खुद वित्तमंत्री करते हैं. यह समारोह आम तौर पर बजट प्रस्तुत होने से पांच दिन पहले आयोजित किया जाता है. हवाल समारोह का आायेजन नॉर्थ ब्लॉक में किया जाता है. कढ़ाई को छूकर और हलवा परोसकर बजट की छपाई के काम को हरी झंडी दिखाई जाती है. बजट की छपाई का काम नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में ही होता है, यहां छपाई के लिए एक प्रिंटिंग प्रेस मौजूद है.
यह भी पढ़ें: वित्त मंत्री नहीं इन तीन प्रधानमंत्रियों ने पेश किया था देश का बजट, जान लीजिए नाम