Female PM Mothers: इतिहास में राजनीति को अक्सर पुरुषों का काम माना जाता रहा है. लेकिन इस सोच को कुछ असाधारण महिलाओं ने बदला और साथ ही यह भी दिखाया की भारी दबाव में रहकर भी देश और पारिवारिक जीवन एक साथ कैसे चलाया जा सकता है. एक ऐसी ही महिला थी पाकिस्तान की बेनजीर भुट्टो. वह दुनिया की पहली ऐसी महिला थी जिन्होंने अपने प्रधानमंत्री के पद पर रहते हुए बच्चे को जन्म दिया था.
विवाह और राजनीतिक सफलता
बेनजीर भुट्टो की शादी 34 वर्ष की उम्र में आसिफ अली जरदारी से 1987 में हुई थी. उस वक्त जनरल जिया उल हक की सेना की तानाशाही चल रही थी. जनता के विरोध के बाद जिया उल हक को आखिरकार 1988 में चुनाव कराने ही पड़े. बेनजीर की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने एक दमदार जीत हासिल की और दिसंबर 1988 में उन्हें प्रधानमंत्री घोषित कर दिया गया. उनकी इस ऐतिहासिक जीत ने विपक्ष और देना दोनों को ही चौंका दिया.
राजनीतिक उथल-पुथल के बीच मां बनना
1989 में बेनजीर को पता चला कि वे मां बनने वाली हैं. इस बात की जानकारी केवल उनके पति और डॉक्टर को ही थी. लेकिन अचानक से सेना के अधिकारियों ने उन्हें सियाचिन ग्लेशियर जाकर सैनिकों से मिलने की सलाह दी. उनका यह सफर काफी ऊंचाई और कम ऑक्सीजन की वजह से स्वास्थ्य के लिए काफी ज्यादा खतरनाक था. इन चिंताओं के बावजूद भी बेनजीर ने डॉक्टरों की सलाह मानते हुए सैनिकों से मिलने की ठानी.
विपक्ष का दबाव और देशव्यापी हड़ताल
जब विपक्ष को उनके मां बनने के बारे में पता चला तो उन्होंने बेनजीर को पद से हटाने की मांग की. विपक्ष का कहना था कि गर्भावस्था के दौरान बेनजीर अपने पद को नहीं संभाल सकती. बेनजीर ने पाकिस्तानी कानून का हवाला देते हुए कहा था कि कामकाजी महिलाओं के लिए मैटरनिटी लीव का प्रावधान है. इस नियम को उनके पिता जुल्फिकार अली भुट्टो के कार्यकाल के दौरान बनाया गया था. लेकिन सबके बाद भी विपक्ष अपनी जिद पर अड़ा ही रहा और देशव्यापी हड़ताल की घोषणा कर दी गई. लेकिन इसके बाद बेनजीर ने फैसला लिया कि वह हड़ताल वाले दिन ही अपने बच्चे को जन्म देंगी. उन्होंने 24 जनवरी तक अपने सभी कार्यों को निपटा लिया.
एक ऐतिहासिक घड़ी
25 जनवरी 1990 की सुबह बेनजीर ने अपनी एक करीबी मित्र को बुलाया हुआ था. वे उनके साथ गाड़ी में बैठी और अस्पताल के लिए चल दी. बेनजीर भुट्टो ने सी सेक्शन से एक बेटी को जन्म दिया. इसके बाद में दुनिया की पहली प्रधानमंत्री बनी जिन्होंने पद पर रहते हुए बच्चे को जन्म दिया.
एक और ऐतिहासिक घटना
बेनजीर भुट्टो की तरह 2018 में न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डन ने भी पद पर रहते हुए बच्चे को जन्म दिया था. ऐसा करने वाली दुनिया की दूसरी नेता बन गई थी. उन्होंने 6 महीने की मैटरनिटी लीव भी ली थी. यह दो नाम इतिहास के पन्नों में महिला नेताओं की हिम्मत और अपने काम व जिम्मेदारी के प्रति लगन को दर्शाते हैं.
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