भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड BCCI ने टीम इंडिया के लिए नए टाइटल स्पॉन्सर की तलाश शुरू कर दी है. बोर्ड ने सोमवार को एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए बताया कि उसने राष्ट्रीय टीम के प्रमुख स्पॉन्सरशिप अधिकारों के लिए EOI आमंत्रित किए हैं. BCCI ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है, जब मौजूदा स्पॉन्सर ड्रीम11 ने बीसीसीआई को सूचित किया कि वह आगे इस भूमिका में काम नहीं रह पाएगा. दरअसल, हाल ही में पारित हुए संसदीय कानून के तहत रियल मनी-बेस्ड ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगाया गया है, इस वजह से ड्रीम11 को स्पॉन्सरशिप छोड़नी पड़ी.
अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि अगला बड़ा ब्रांड कौन होगा जो भारतीय क्रिकेट टीम से जुड़कर अपनी पहचान को और व्यापक करेगा. चलिए जानें कि BCCI का लीड स्पॉन्सर कौन बन सकता है और इसके लिए आपके पास कितने पैसे होने जरूरी होते हैं.
कितना पैसा होना जरूरी?
बीसीसीआई की शर्तों के मुताबिक, कोई भी प्रतिष्ठित कंपनी इस स्पॉन्सरशिप के लिए आवेदन कर सकती है, लेकिन इसके लिए आर्थिक और कानूनी मानदंड पूरे करने होंगे. बोली लगाने वाली कंपनी का पिछले तीन ऑडिटेड वर्षों में औसत टर्नओवर या औसत नेट वर्थ कम से कम 300 करोड़ रुपये का होना चाहिए. यह शर्त इसलिए रखी गई है, ताकि केवल वित्तीय रूप से मजबूत कंपनियां ही इस प्रक्रिया में शामिल हो सकें.
क्या हैं नैतिक शर्तें?
बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि बोली लगाने वाली कंपनी पर किसी भी तरह की धोखाधड़ी, आर्थिक अपराध या नैतिक अपराध का आरोप नहीं होना चाहिए. साथ ही, बोली लगाए जाने वाली कंपनी को किसी ऐसे अपराध में दोषी नहीं पाया जाना चाहिए, जिसमें दो साल या उससे अधिक की जेल की सजा का प्रावधान हो. इसके अलावा, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अनुसार कंपनी को जानबूझकर डिफॉल्टर की सूची में नहीं होना चाहिए.
प्रतिष्ठा और साख
आर्थिक मजबूती और कानूनी शुद्धता के साथ-साथ बीसीसीआई कंपनी की प्रतिष्ठा और साख पर भी जोर दे रही है. बोली लगाने वाली कंपनी की छवि साफ-सुथरी और ईमानदार होनी चाहिए. साथ ही, बोर्ड ने यह भी कहा है कि किसी भी तरह का हितों का टकराव इस प्रक्रिया में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
टेंडर और बोली की प्रक्रिया
बीसीसीआई ने नए लीड स्पॉन्सर के लिए टेंडर जारी कर दिया है. इच्छुक कंपनियों को पहले बीसीसीआई से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट यानि EoI टोकन खरीदना होगा. इसके बाद वे निर्धारित प्रक्रिया के तहत अपनी बोली दाखिल कर सकेंगी. बोर्ड ने बोली जमा करने की आखिरी तारीख 16 सितंबर 2025 तय की है. इस दिन तक कंपनियों को अपने सभी दस्तावेज और प्रस्ताव बीसीसीआई के पास जमा कराने होंगे.
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