दुनिया के सभी देश अपनी सुरक्षा को मजबूत करने के लिए अपनी सैन्य क्षमता का विस्तार करते रहते हैं. सैन्य क्षमता को ताकतवर बनाने के लिए फाइटर जेट्स का अहम रोल होता है. यह किसी देश की सैन्य क्षमता को तो मजबूत करता है साथ ही साथ सेना को भी आक्रामकता प्रदान करता है. दुनिया भर में रूस, अमेरिका, चीन, भारत और फ्रांस जैसे देश बेहतरीन फाइटर जेट्स बनाने में लगे हुए हैं. हर देश के पास अभी भी बेहतरीन फाइटर जेट्स हैं, लेकिन वे उसमें कुछ और अच्छा बनाने की कोशिश करके अपनी ताकत को मजबूत कर रहे हैं. इसी क्रम में आज हम आपको एक ऐसे प्लेन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको दुश्मन का रडार छू भी नहीं सकता है. 

कौन है सबसे खतरनाक जेट

दुनिया में फाइटर जेट्स अमेरिका के पास हैं, जिसे दुनिया का सबसे ताकतवर देश कहा जाता है, इसके बार एशिया और चीन का नंबर आता है. अमेरिका के पास 1790 फाइटर जेट्स हैं. लेकिन दुनिया का सबसे ताकतवर फाइटर जेट F-35 लाइटनिंग II है, जिसे अमेरिका ने डेवलप किया है. यह स्टेल्थ, AI-आधारित सेंसर और मल्टीरोल क्षमताओं के साथ बनाया गया है. इसके तीन वेरिएंट्स हैं F-35A/B/C, जो कि दुश्मन को बिना दिखे भी उसे मार सकता है. इसके अब तक 1000+ यूनिट्स बन चुके हैं और यह 20 से ज्यादा देशों में तैनात किया जा चुका है. 

क्यों नहीं पकड़ सकता कोई भी रडार

F-35 एक स्टेल्थ फाइटर जेट है. स्टेल्थ फाइटर जेट गुप्त होते हैं, मतलब कि ये किसी भी दुश्मन देश की रडार में नहीं आते हैं. इनको इस तरीके से डिजाइन किया जाता है कि ये दुश्मन की रडार को बिना भनक लगे ही वहां से चकमा देकर भाग निकलने में सक्षम होते हैं. इन जेट प्लेन की बॉडी एक खास तरीके के मटीरियल से बनी होती है. अमेरिका में लॉकहीड मार्टिन कंपनी इन विमानों का निर्माण करती है. इनकी खासियत है कि ये 2000 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरते हैं. ये वर्टिकल टेक ऑफ और लैंडिंग में परफेक्ट होते हैं. इनको कोई भी रडार नहीं पकड़ सकती है. ये किसी भी मौसम में उड़ान भरने, जमीन और हवा में टारगेट को खत्म करने के लिए सक्षम होती हैं. ये फाइटर जेट्स 910 किलो को 6 बम लेकर उड़ सकते हैं. 

इसके अलावा क्या है खासियत

यह एयरसुपीरियरिटी और स्ट्राइक मिशन के लिए बनाया गया है. यह एयरक्राफ्ट जासूसी, वॉरफेयर, सर्विलांस और रीकॉन्सेंस जैसे मिशन को भी पूरा करता है. इसको एक ही पायलट उड़ाता है और इसकी लंबाई 51.4 फीट, विंगस्पैन 35 फीट और ऊंचाई 14.4 फीट होती है. इस प्लेन की कॉम्बैट रेंज 1239 किमी. है. F-35 विमान ज्यादा से ज्यादा 50,000 फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. इस प्लेन में 4 बैरल वाली 25 मिमी. की रोटरी कैनन लगी होती है, जो कि एक मिनट में 180 गोलियां दाग सकती है. एफ-35 की एक और खासियत है कि इसमें हवा से हवा, हवा से जमीन, हवा से शिप और एंटी शिप मिसाइलें भी तैनात की जा सकती हैं. 

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