AI Vs Aliens: अंतरिक्ष कई रहस्यों से भरा हुआ है, इंसान के लिए एलियंस और उनकी दुनिया हमेशा से ही रहस्यमय रहे हैं. अक्सर बीच-बीच में एलियंस को लेकर कई दावे किए गए. वैज्ञानिक हमेशा से ही ब्रह्मांड में कहीं और मौजूद जीवन की तलाश करते रहे हैं. लेकिन वैज्ञानिकों के लिए आज भी सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या सच में ब्रह्मांड में एलियन मौजूद हैं? अगर हां, तो इंसानों का उनसे कब संपर्क होगा? लेकिन एलियंस से संपर्क को लेकर हॉवर्ड यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर का कुछ और ही कहना है. उनके मुताबिक भविष्य में अगर कभी एलियंस से संपर्क हुआ तो वह इंसानों से पहले AI से होगा.
हॉवर्ड के प्रोफेसर ने किया दावा
अमेरिका सहित दुनियाभर के कई देशों में अनआईडेंटिटीफाईड आब्जेक्ट यानी UFO दिखाई देने के दावे अक्सर हुए हैं. लेकिन इनकी वास्तविकता की पुष्टि नहीं हो पाई है. न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, हॉवर्ड यूनिवर्सिटी में खगोल विज्ञान के प्रोफेसर एवी लोएब का कहना है कि एलियंस का इंटेलिजेंस इंसानों से कहीं तेज है. उन्होंने दावा किया है कि वो इंसानों से पहले ऑर्टीफिशिएल इंटेलिजेंस से संपर्क बनाने में सफल रह सकते हैं.
लंबे समय तक टिक सकता है AI
उन्होंने अपनी God Vs Aliens डॉक्यूमेंट्री में कहा कि इंटरस्टेलर जर्नी इंसानों की अपेक्षा इलेक्ट्रानिक गैजेट्स से काफी अच्छे से की जा सकती है. क्योंकि यह काफी लंबी दूरी होती है, जिसे तय करने में बहुत लंबा समय लगता है. यहां तक कि अगर सबसे करीब के तारों की भी बात करें तो वहां तक पहुंचने में भी करीब पचास हजार साल लग जायेंगे. इंसानों का इतने लंबे समय तक टिकना नामुमकिन है, जबकि AI टिक सकता है. इतना ही नहीं, हजारों सालों के बाद इसे फिर से कनेक्ट भी किया जा सकता है. इसलिए एलियंस इंसानों से पहले AI के कॉन्टैक्ट में आयेंगे.
स्पेस एजेंसियां भी कर रही AI तकनीक का इस्तेमाल
यही वजह है कि नासा सहित दुनियाभर की स्पेस एजेंसियां पिछले कई सालों से आकाशगंगा और तारों का चार्ट बनाने और अन्य ग्रहों पर रोबोट भेजने के लिए AI टेक्नालॉजी का इस्तेमाल कर रही हैं. लोएब को उम्मीद है कि अगर इस ब्रह्मांड में कहीं एलियन मौजूद हैं और वो हमसे संपर्क बनाने की कोशिश करते हैं तो उनका संपर्क पहले AI से होगा.
यह भी पढ़ें - क्या होता है H1B वीजा, जिसका जिक्र अमेरिका में मोदी ने अपने भाषण में किया? जानिए किसको मिलता है