फ्लाइट से कभी न कभी यात्रा करना हर किसी का सपना होता है. लेकिन पहली बार फ्लाइट में सफर करने के साथ-साथ कुछ चुनौतियां भी होती हैं. चाहे आप किसी दूर जगह पर लंबी उड़ान भरने जा रहे हों, या फिर पास के किसी शहर में हवाई यात्रा कर रहे हों. फ्लाइट में उड़ान भरने से पहले मन में तमाम तरह के सवाल आना लाजमी होता है. जैसे कि एयरपोर्ट पहुंचने पर क्या करना होगा. सुरक्षा जांच कैसे होगी, बोर्डिंग पास कैसे मिलेगा, हम अपनी फ्लाइट तक कैसे पहुंचेंगे और प्लेन के अंदर कैसे क्या होगा. आज इस खबर में हम आपको बताएंगे कि फ्लाइट के अंदर सुरक्षा निर्देशों के बारे में बताया जाता है, तो उस पर ध्यान देना कितना जरूरी है.

एयर होस्टेस हर बार देती हैं सुरक्षा निर्देश

अगर आपने फ्लाइट के जरिए यात्रा की होगी तो आपको पता होगा कि फ्लाइट के उड़ान भरने से पहले एयर होस्टेस सुरक्षा संबंधी निर्देश देती है. हम में से बहुत से लोग ऐसे होते हैं, जो कि इन निर्देशों को इग्नोर कर देते हैं और सोचते हैं कि हर बार तो ये एक ही बात बताती हैं. तो इसको सुनना जरूरी क्यों है. लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि यही सुरक्षा निर्देश विमान के अंदर खतरनाक परिस्थितयों में आपकी जिंदगी बचा सकते हैं. लेकिन अगर आप विमान चालक दल के निर्देशों को ध्यान से सुनना चूक गए हैं तो आपके सामने वाली सीट की पॉकेट में सुरक्षा निर्देश रखे रहते हैं, उसको ध्यान से पढ़ना चाहिए. 

जहाज में टेकऑफ और लैंडिंग के वक्त सावधानियां

हवाई जहाज में उड़ान भरने से पहले एयर होस्टेस सीट बेल्ट को बांधने के बारे में बताती है कि टेकऑफ और लैंडिंग के वक्त सीट बेल्ट जरूर बांधें जिससे कि जब विमान ऊपर की ओर उड़ान भरता है तो प्लेन में बैठे लोग पीछे की ओर जाते हैं. जब वह लैंड करता है, उस वक्त आगे की ओर झटका लगता है. अगर आपने सीट बेल्ट नहीं बांधी है तो चोट लगने का खतरा होता है. इसके बाद सबसे जरूरी होती है जीवन रक्षक जैकेट. इसके नाम से तो आपको समझ में आ ही गया होगा. 

कैसे काम करती है लाइफ जैकेट

यह जीवन रक्षक जैकेट तब काम आती है, जब विमान को मुश्किल वक्त में पानी पर उतरना पड़ता है. भले ही यह कितना भी कठिन लगे लेकिन जान बचाने में कारगर होता है. इसीलिए लाइफ जैकेट को किस तरह से पहनना है और उसमें हवा कैसे भरनी है, यह सब आपको एयर होस्टेस बताती हैं. क्योंकि पानी पर जहाज उतरने के बाद जब तक मदद नहीं आ जाती, तब तक आपको उसके सहारे ही तैरना पड़ेगा. वहीं अगर किसी वजह से प्लेन में हवा का दबाव कम हो जाता है और सांस लेने में दिक्कत होती है तो फ्लाइट में ऑक्सीजन मास्क भी रहते हैं. इनका इस्तेमाल किस तरह से करना है, इसके बारे में भी जानकारी दी जाती है. 

बहुत जरूरी है इमरजेंसी गेट की जानकारी होना

फिर आता है आपातकालीन निकास द्वारा यानि इमरजेंसी गेट. अगर विमान में आग लग जाए या कुछ और अनहोनी हो तो ये द्वार खुल जाता है. यहां तक पहुंचने के लिए विमान की फर्श पर रोशनी वाले संकेत लगे होते हैं, जो कि आपको वहां तक पहुंचाने में मदद करते हैं. तो इसका ध्यान हमेशा रखें. फ्लाइट अटेंडेंट हर उड़ान से पहले आपको आवश्यक सुरक्षा की जानकारी और ब्रीफिंग देते हैं, इसलिए उनकी ब्रीफिंग पर पूरा ध्यान देना बहुत जरूरी है.  

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