Abu Azmi Aurangzeb Controversy: महाराष्ट्र में सपा विधायक अबू आजमी के औरंगजेब की तारीफ में पढ़े गए कसीदों पर जमकर बवाल मचा हुआ है. पहले महाराष्ट्र डिप्टी सीएम और अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि 'अबू आजमी को उत्तर प्रदेश भेज दो, उपचार हम कर देंगे'. दरअसल अबू आजमी ने कहा था कि औरंगजेब एक इंसाफ पसंद सुल्तान था. उस समय यह लड़ाई राजकाज की थी, धर्म की नहीं.
औरंगजेब की क्रूरता का शिकार सिर्फ हिंदू ही नहीं मुस्लिम भी थे, उसने अपने राज्य में इस्लाम में हराम चीजों पर बैन लगा दिया था. चलिए आपको बताते हैं कि उसने किन किन चीजों पर प्रतिबंध लगाया था.
नाच गाने पर प्रतिबंध सभी मुगल बादशाहों में औरंगजेब को सबसे कट्टर माना जाता है. उसे सख्त धार्मिक नियमों और कट्टर नीतियों के लिए याद किया जाता है. जो संगीत और नृत्य बाकी मुगल शासकों के काल में फला फूला उसपर औरंगजेब ने बैन लगा दिया और उसके खिलाफ काफी सख्ती दिखाई. उसके दरबार में संगीत और नृत्य पर बैन लगा दिया गया था. गाना-बजाना को इस्लामिक कानूनों के खिलाफ माना जाता है. औरंगजेब ने अपने शासन काल में शासन के लिए इस्लामी शरिया कानून के आधार पर नागरिक कानून बनाया. औरंगजेब का मानना था कि गाना-बजाना इस्लाम के नियमों के खिलाफ है. उसके दरबार के कई संगीतकारों ने या तो अपना काम बदल लिया या भी दूसरे राजा के दरबार में शरण ली.
शराब पर बैन औरंगजेब खुद कभी शराब को हाथ नहीं लगाता था. उसने शराब पीना और इसका व्यापार करने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई थी. इसे हिंदू और मुस्लिम दोनों के लिए हराम बताया गया. उसके शासन के समय दिल्ली में शराब मिलना काफी मुश्किल था.
अफीम पर रोक औरंगजेब ने अफीम पर भी बैन लगाया था. उसने इसके इसके उपयोग और पैदावार दोनों पर शिकंजा करने की पूरी कोशिश की थी. हालांकि वह इसमें सफल नहीं हो पाया था. इसके अलावा वैश्यावृत्ति और ऐसे तमाम कामों पर भी औरंगजेब काफी सख्त रवैया रखता था. उस दौर में ऐसी तमाम चीजें पूरी तरह से बैन कर दी गई थीं. जो ऐसा करता था औरंगजेब उसे सीधे मौत की सजा देता था.
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