निर्णय [असत्य]




    वायरल वीडियो इसी साल मई में कैप्चर किया गया था जब चक्रवात मोका ने बांग्लादेश-म्यांमार सीमा पर दस्तक दी थी.


दक्षिण भारत के राज्यों में चक्रवात मिचौंग का ख़तरा मंडरा रहा है. तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा के अधिकांश हिस्सों में निरंतर तूफ़ानी हवा और भरी वर्षा की संभावना जताई गई है. इस बीच, चेन्नई से भीषण बारिश और जलभराव की तस्वीरें सामने आई हैं, और शहर बाढ़ और रोज़मर्रा की ज़िंदगी में रुकावटों से जूझ रहा है. हवाई यात्रा, बसें और ट्रेनें सहित परिवहन सेवाएं प्रभावित हुई हैं.


दावा क्या है?


सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें चक्रवात मिचौंग से हुए नुकसान को दिखाने का दावा किया गया है. 20 सेकंड की इस वीडियो क्लिप में एक सड़क और आसपास के इलाकों में तूफ़ानी हवा और बाढ़ से पानी भरते हुए दिखाया गया है. कई यूज़र्स ने इसी दावे के साथ वीडियो को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किया है. ऐसे ही एक पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “भारी भूकंप के बाद फिलीपींस हिल गया, अब भारत के दक्षिणी राज्यों के लिए एक चक्रवात की चेतावनी जारी की गई है. ऐसा लगता है कि प्रकृति का कुछ हिसाब-किताब चल रहा है.” पोस्ट को 83,000 से ज़्यादा बार देखा गया और 173 लाइक्स मिल चुके हैं. वायरल पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न यहां और यहां देखे जा सकते हैं.



वायरल पोस्ट के स्क्रीनशॉट (सोर्स: एक्स/स्क्रीनशॉट)


हालांकि, हमने पाया कि चक्रवात मिचौंग से जोड़कर वायरल हो रहा वीडियो दरअसल मई 2023 में बांग्लादेश-म्यांमार सीमा पर चक्रवात मोका के कारण हुई भारी बारिश का है.


सच्चाई क्या है?


वायरल वीडियो के पहले 4 सेकंड में एक सड़क पर जलभराव दिखाई देता है, जबकि 17 सेकंड के दूसरे हिस्से में भारी बारिश दिखाई देती है, जिसके फोकस में एक इमारत है और बैकग्राउंड में तेज हवा के कारण हिलते पेड़ देखे जा सकते हैं. वायरल वीडियो के कीफ़्रेम्स पर रिवर्स इमेज सर्च से पता चला कि क्लिप का पहला हिसा मई में कैप्चर किए गए वीडियो से है. एक्स यूज़र 'आंध्र प्रदेश वेदरमैन' ने 14 मई को वायरल वीडियो के पहले हिस्से का एक लंबा वर्ज़न पोस्ट किया था, जिसमें कहा गया था कि यह चक्रवात मोका को भूस्खलन करते हुए दिखाता है. उन्होंने लिखा, “#साइक्लोनमोका का अब म्यांमार पर प्रकोप. जैसा कि एक सप्ताह पहले अनुमान लगाया गया था, यह चक्रवात अब भूस्खलन कर रहा है.''


न्यूज़ आउटलेट विऑन (WION) ने 14 मई, 2023 को अपने फ़ेसबुक अकाउंट से वायरल वीडियो के पहले 4 सेकंड का एक लंबा वर्ज़न भी पोस्ट किया. पोस्ट के कैप्शन में कहा गया है, “देखिये #CycloneMocha ने रविवार को बांग्लादेश-म्यांमार सीमा पर दस्तक दी. यह पेड़ों को बर्बाद कर रहा है और मूसलाधार बारिश कर रहा है.”



वायरल वीडियो और विऑन द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो के बीच तुलना. (सोर्स: एक्स/फ़ेसबुक/स्क्रीनशॉट)


आगे जांच करने पर, हमने पाया कि न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स ने 15 मई को यूट्यूब पर वायरल वीडियो को बतौर शॉर्ट अपलोड किया था. यूट्यूब शॉर्ट में वायरल वीडियो के दोनों दृश्य मौजूद हैं: बाढ़ वाली सड़क और बारिश से तबाह हुई इमारत. यूट्यूब विवरण में कहा गया है कि चक्रवात मोका ने म्यांमार को तबाह कर दिया. म्यांमार की सरकारी मीडिया के हवाले से रॉयटर्स ने बताया कि कम से कम तीन लोग मारे गए और 1,000 से अधिक इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं.



वायरल वीडियो और रॉयटर्स द्वारा प्रकाशित वीडियो के बीच तुलना. (सोर्स: एक्स/यूट्यूब/स्क्रीनशॉट)


यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो मई का है और इसका चक्रवात मिचौंग से कोई संबंध नहीं है. वीडियो में वास्तव में चक्रवात मोका को बांग्लादेश-म्यांमार सीमा पर टकराते हुए दिखाया गया है.


चक्रवात मोका के परिणाम


चक्रवात मोका ने 14 मई, 2023 को बांग्लादेश और म्यांमार के समुद्र तट पर दस्तक दी थी, जिससे सैकड़ों अस्थायी आश्रय नष्ट हो गए थे.  बीबीसी की 19 मई की रिपोर्ट के मुताबिक, तूफ़ान में कम से कम 145 लोग मारे गए थे. रोहिंग्या अल्पसंख्यक भारी प्रभावित हुए, क्योंकि 145 पीड़ितों में से 117 इसी समुदाय से थे. इस भयंकर तूफ़ान ने कम से कम 800,000 लोगों को प्रभावित किया, जिससे यह इस क्षेत्र में आने वाला सदी का सबसे शक्तिशाली चक्रवात बन गया. नासा ने कहा कि चक्रवात श्रेणी 5 का तूफ़ान था, जिसमें 175 मील (280 किलोमीटर) प्रति घंटे की रफ़्तार से हवाएं चल रही थीं.


निर्णय


वायरल वीडियो में चक्रवात मिचौंग से हुए नुकसान को नहीं दिखाया गया है. असल में, इस वीडियो को मई 2023 में शूट किया गया था, जब चक्रवात मोका ने बांग्लादेश और म्यांमार के समुद्र तट पर दस्तक दी थी. इसलिए, हम वायरल दावे को ग़लत मानते हैं.


डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ  इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.