दावा
फेसबुक पर जारी एक पोस्ट के जरिए दावा किया जा रहा है कि महाकुंभ मेले के कारण कोरोना फैल रहा है और लॉक डाउन लग चुका है- ऐसी बात कही गई है. दावाकर्ता ने लिखा है-
तथ्य जाँच
क्या वर्तमान में भारत में कोरोना के केस हैं?
स्वास्थय एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार यदि 03 फ़रवरी 2025, 08:00 भारतीय मानक समय (जीएमटी + 5: 30) को भारत में कोविड-19 की स्थिति की बात करें तो, वर्तमान में केवल 5 सक्रिय मामले हैं. इसके अलावा 4,45,10,940 लोग कोरोना से ठीक हो गए हैं एवं 5,33,662 लोगों की मृत्यु हुई है. कुल टीकाकरण के मामले 220,68,94,861 हैं.
साथ ही सरकार द्वारा जारी वेबसाइट पर विभिन्न राज्यों की स्थिति भी दी गई है, जिससे पता चलता है कि उत्तर प्रदेश में सक्रिय मामले 00 हैं और मृत्यु के आंकड़ों का और पुनर्मूल्यांकन चल रहा है. ऐसे में यह साफ है कि प्रयागराज, जो उत्तर प्रदेश में बसा एक नगर है, वहां भी कोरोना का मामले आंकड़ों के अनुसार नहीं हैं.
क्या भारत में लॉक डाउन लग चुका है?
नहीं. आपको बता दें कि लॉक डाउन रोकथाम की स्थिति होती है, जो आपातकालीन स्थिति में समुदाय के अन्य लोगों से संपर्क सीमित करने के लिए लगाई जाती है. लोगों की सुरक्षा के लिए सामाजिक तौर पर मिलने-जुलने या बाहर जाने पर रोक लगाया जाता है, इसे ही लॉकडाउन कहा जाता है जबकि महाकुंभ में विदेशों से लोग आ रहे हैं, तब लॉक डाउन जैसी कोई स्थिति बनती हुई नहीं दिखाई दे रही है.
कोरोना महामारी के दौरान वायरस के प्रसार को कम करने और स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए दुनिया भर में अलग-अलग स्तर के लॉक डाउन लागू किए गए थे लेकिन फिलहाल भारत में कहीं भी लॉक डाउन नहीं है.
क्या महाकुंभ के कारण कोरोना फैल रहा है?
नहीं. फिलहाल इस तरह की कोई जानकारी हमें नहीं मिली है. हालांकि इस विषय के लिए हमने सरकार की आधिकारिक वेबसाइट्स, प्रोफाइल आदि की जाँच की लेकिन हमें कोरोना और महाकुंभ संबंधित कोई पुख्ता जानकारी हासिल नहीं हुई.
महाकुंभ 2025 में मकर संक्रांति पर पहले अमृत स्नान में 3.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भाग लेने की खबर मिली है लेकिन इसमें कोरोना का कहीं जिक्र नहीं है. साथ ही महाकुंभ 2025 के मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 1000 से अधिक चिकित्साकर्मी तैनात किए गए थे. इसके अलावा महाकुंभ नगर के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में 300 विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात हैं. कुल 360 बिस्तरों की क्षमता वाले 23 अस्पताल स्थापित किए गए हैं. आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं का विस्तार किया गया है तथा किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए चिकित्सा बल तैनात किया गया है. महाकुंभ 2025 के लिए 233 वाटर एटीएम के माध्यम से 40 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों को 24/7 शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जा रही है. साथ ही आप महाकुंभ संबंधित समस्त प्रेस विज्ञप्ति यहां देख सकते हैं, जिससे आपको इस बात का अंदाजा हो जाएगा कि सरकार द्वारा इंतजाम पुख्ता किए गए हैं. इसके अतिरिक्त अनेक निजी संगठनों द्वारा भी कुम्भ के दौरान साफ़ सफाई बनाये रखने के लिए पुरज़ोर प्रयास किये जा रहे हैं, जैसे डेटोल इंडिया द्वारा कुम्भ परिक्षेत्र में हाथ धोने व स्वच्छता के लिए निरन्तर अभियान चलाये जा रहे हैं.
महाकुंभ मेला 13 जनवरी 2025 को शुरु हुआ था और 26 फरवरी 2025 तक रहेगा. सरकार ने इसके लिए एक वेबसाइट भी बनाई है.
दावाकर्ता की प्रोफाइल से हमें क्या मिला?
बेहतर जानकारी के लिए हमने दावाकर्ता के प्रोफाइल की भी जाँच की, जिससे हमें पता चला कि दावाकर्ता का नाम Tina Lahiri है. उनके 84,000 फॉलोवर्स हैं और वे स्वयं को फैशन मॉडल बता रही हैं. हमने 5 फरवरी तक स्क्रॉल करके देखा, जिसमें हमें केवल रिल्स, तस्वीरें आदि ही मिली.
हालांकि कोरोना और महाकुंभ संबंधित पोस्ट भ्रम फैलाते हैं. कोरोना एवं लॉक डाउन लगना कोई साधारण बात नहीं है, क्योंकि इससे समस्त समाज के तबके को परेशानी उठानी पड़ती है. ऐसी भ्रामक पोस्ट से लोगों मे भ्रम की स्थिति बनती है.
अतः उपरोक्त तथ्यों एवं जानकारी के आधार पर कहा जा सकता है कि महाकुंभ के दौरान कोरोना फैलने की बात बिल्कुल निराधार है और भारत में कहीं भी लॉक डाउन नहीं लगा है. यह दावा बिल्कुल गलत है.
हमने पहले भी इस तरह के दावों की जाँच की है- महाकुंभ में कैंसर का चमत्कारी इलाज किया जा रहा है एवं भारत देश में 21 दिन का लॉक डाउन लगने वाला है.
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डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट Shakti Collective के पार्ट के तहत पहले The Healthy Indian Project पर छपी थी. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.